औषधीय गुणों से भरपूर सौंफ का सेवन पेट के लिए फायदेमंद होता है लेकिन इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य पर भारी भी पड़ सकता है। इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स से बिल्कुल अनजान लोग बेहिसाब सौंफ खा लेते हैं, जोकि सही नहीं है। ऐसे में आप सौंफ को अपनी डाइट में शामिल करें इससे पहले कि इसके नुकसान जान लें, ताकि लेने के देने न पड़ जाएं।
महिलाओं के लिए घातक सौंफ का सेवन
सौंफ में प्रोलैक्टिन होता है, जो एस्ट्रोजन हार्मोन को प्रभावित करता है। इससे ओवेरियन कैंसर, एंडोमेट्रियोसिस, गर्भाशय फाइब्रॉएड की संभावना बढ़ जाती है।
सनबर्न का कारण
सौंफ में फोटोटॉक्सिक नामक यौगिक होता है, जो त्वचा को सूरज की रोशनी के प्रति सेंसटिव कर देता है। इससे तेज धूप के काऱण त्वचा में सूजन, जलन और रैडनेस होने लगती है।
दवाईयों के साथ न खाएं सौंफ
अगर आप कोई दवाई ले रहें है तो सौंफ खाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें। दरअसल, इसमें ऐसे तत्व होते हैं, जो कुछ दवाइयों के संपर्क में आने से शरीर के लिए घातक बन जाते हैं।
एलर्जी का कारण
इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जिससे एलर्जी होने का जोखिम बना रहता है।
प्रीमैच्योर ब्रेस्ट का विकास
शोध के अनुसार, सौंफ का अधिक मात्रा में सेवन करने से लड़कियों में समय से पहले स्तन का विकास हो सकता है, जिसके कारण दर्द का सामना भी करना पड़ सकता है।
क्या प्रेग्नेंसी में सौंफ खा सकते हैं?
अधिक मात्रा में इसका सेवन ब्लड क्लॉट्स का कारण बन सकता है। ऐसे में अगर आपको ब्लीडिंग डिस्आर्डर है तो इसका सेवन बिल्कुल ना करें।
प्रेगनेंसी में आ सकती है दिक्कत
फाइटोएस्ट्रोजेनिक, ऐंठन-रोधी और सूजन-रोधी गुण होने के कारण सौंफ प्रेगनेंसी को उत्तेजित करती है, जिससे कई समस्याएं आ सकती हैं। हालांकि आप डॉक्टर की सलाह से कम मात्रा में सौंफ खा सकती हैं।
क्या सौंफ से मिसकैरेज हो सकता है?
एक्सपर्ट की मानें तो सौंफ मासिक चक्र को ट्रिगर करती है, जिससे वैजाइनल ब्लीडिंग हो सकती है। इससे मिसकैरेज का खतरा भी रहता हैं।
हालांकि एक्सपर्ट की मानें तो इन सबके बावजूद आप प्रेगनेंसी में सौंफ का सेवन कर सकती है लेकिन बेहतर होगा कि आप रोजाना सिर्फ 1/2 से भी कम सौंफ खाएं।