गर्भावस्था महिलाओं के लिए भले ही एक खूबसूरत अहसास होता है। मगर इस दौरान उन्हें हैल्थ व स्किन से जुड़ी कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। वहीं इस समय शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होने के कारण बालों पर बेहद असर होता है। इसके कारण बाल जड़ों से कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान कुछ खास व आसान टिप्स को अपनकर अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकती है। चलिए जानते हैं हेयर केयर रुटीन के बारे में...
तेल मसाज
बाल धोने से पहले सिर की तेल से मसाज करें। इससे बालों को जड़ों से पोषण मिलने के साथ ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा। डैंड्रफ, हेयर फॉल आदि की समस्याओं से आराम रहेगा। इसके साथ ही थकान व तनाव कम करने में मदद मिलेगी। इसके लिए आप नारियल, जैतून, बादाम आदि तेल को गुनगुना करके इस्तेमाल कर सकती है। आप चाहे तो थोड़ी देर के लिए सिर पर गर्म तौलिया भी लपेट सकती है।
शैंपू और कंडीशनर करें इस्तेमाल
बालों को स्वस्थ रखने के लिए हफ्ते में 1-2 बार माइल्ड शैंपू से बाल धोएं। इसके साथ ही कंडीशनर का भी इस्तेमाल करें। इससे बालों को प्रोटैक्शन मिलेगी। साथ ही बाल हैल्दी रहेंगे। वहीं गर्भावस्था का समय बीतने पर आपको आगे बाल धोने से मुश्किल हो सकती है। मगर इसपर बाल ना धोने की गलती ना करें। आप बाल धोने के साथ किसी की मदद ले सकती है।
गीले बालों में कंघी ना करें
गीले बाल कमजोर होते हैं। ऐसे में इनपर कंघी करने से बाल टूटने लगते हैं। इसके लिए हमेशा बालों को अच्छे से सूखाकर ही कंघी करें। इसके अलावा चौड़े दांतों वाली कंघी यूज करें। इससे जल्दी सुलझ जाएंगे और टूटेंगे नहीं।
हेयर कलर करने से बचें
गर्भावस्था के दौरान हेयर कलर करने से बचना चाहिए। कई अध्ययनों के मुताबिक, हेयर डाई में कैमिकल्स होते हैं। इसके कारण बर्थ वेट, न्यूरोब्लास्टोमा, ल्यूकेमिया आदि का खतरा वंश में बढ़ सकता है। वहीं अन्य अध्ययों के अनुसार, इस दौरान 3-4 बार हेयर डाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे शिशु पर गलत असर पड़ने का खतरा नहीं होता है। मगर फिर भी इस दौरान इसे ना इस्तेमाल करने में ही भलाई है।
समय पर करवाएं हेयर ट्रिमिंग
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के बालों की बनावट में भी फर्क आता है। इसके लिए जरूरी है कि वे समय-समय पर हेयर ट्रिमिंग करवाएं। इससे हेयप फॉल की समस्या दूर होकर बाल घने व बाउंसी नजर आएंगे।