नारी डेस्क : ठंड का मौसम आ गया है और इसके साथ कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में सामान्य चाय की बजाय गुड़हल के फूलों की चाय (Hibiscus Tea) पीना सेहत के लिए सबसे अधिक फायदेमंद माना जाता है। गुड़हल के फूल जितने सुंदर दिखते हैं, उतने ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी हैं। खासकर सर्दियों में इसका नियमित सेवन ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है और हार्ट हेल्थ के लिए भी बेहद लाभदायक है। आइए जानते हैं, घर पर गुड़हल की चाय बनाने का आसान तरीका।

गुड़हल की चाय के फायदे (Gudhal ki Chai ke Fayde)
ब्लड प्रेशर कंट्रोल: गुड़हल के फूल में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं और हाई ब्लड प्रेशर को प्राकृतिक तरीके से कम करते हैं।
कोलेस्ट्रॉल में सुधार: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स बैड कोलेस्ट्रॉल घटाकर गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं, जिससे हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल: गुड़हल की चाय मेटाबॉलिज्म तेज करती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाकर डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
वजन घटाने में मदद: चाय में कैलोरी कम होती है और यह शरीर से अतिरिक्त पानी व नमक निकालने में मदद करती है।
इम्यूनिटी और लिवर हेल्थ: गुड़हल की चाय इम्यून सिस्टम मजबूत करती है और लिवर को स्वस्थ रखती है।

गुड़हल की चाय बनाने का आसान तरीका
2 कप पानी बर्तन में डालें।
गुड़हल के 2-3 फूल अच्छी तरह धोकर पानी में डालें।
उबाल आने दें और जब पानी थोड़ा कम हो जाए, गैस बंद कर दें।
आप चाहें तो पहले पानी उबालें और उसमें फूल डालकर 5 मिनट ढक कर छोड़ दें।
छानकर पिएं।
कौन से लोग गुड़हल की चाय न पिएं?
लो ब्लड प्रेशर वाले लोग: गुड़हल की चाय ब्लड प्रेशर को प्राकृतिक तरीके से कम करती है। यदि आपका ब्लड प्रेशर पहले से ही कम है, तो इससे चक्कर, कमजोरी या बेहोशी हो सकती है।
गर्भवती महिलाएं: प्रेग्नेंसी में गुड़हल की चाय का सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता। यह गर्भाशय को उत्तेजित कर सकती है।

डायबिटीज या ब्लड प्रेशर की दवा लेने वाले लोग: यदि आप दवा पर हैं, तो गुड़हल की चाय दवा के असर को बदल सकती है। सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
एलर्जी वाले लोग: अगर आपको फूल या हर्बल टी से एलर्जी है, तो गुड़हल की चाय से भी एलर्जी या त्वचा पर रैशेज़ हो सकते हैं।
इन मामलों में डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेने के बाद ही गुड़हल की चाय पिएं। सामान्य लोग दिन में 1-2 कप से ज्यादा न पिएं।