डॉल्फिन दुनिया के ऐसे समुद्री जीव हैं, जिन्हें बुद्धिमान जीवों की लिस्ट में 5वां स्थान दिया गया है। रिसर्च कहती है कि डॉल्फिन अपने पार्टनर के साथ हुए संवाद को 20 साल तक याद रख सकती है। डॉल्फिन के ऊपर यह रिसर्च नासा की एक टीम ने 1960 के आसपास शुरु की थी, जिसमें कई हैरान करने वाली तथ्य भी सामने आए। वहीं, इस दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसे देख वैज्ञानिक भी हैरान हो गए।
दरअसल, नासा टीम का हिस्सा रहीं मार्गरेट होवे लोवेट ने बताया कि उन्हें फंडेड प्रोजेक्ट के दौरान डॉल्फिन के साथ संवाद करना था। रिसर्च को दौरान वह जवान हुआ करती थीं और उसी दौरान उन्होंने एक शरारती डॉल्फिन के साथ यौन संबंध भी बनाएं।
महिला रिसर्चर ने डॉल्फिन के साथ बनाएं शारीरिक संबंध
मार्गरेट के मुताबिक, वो हमेशा उनके करीब रहा करती थी लेकिन जब वो प्रोजेक्ट से दूर हुई तो उसने निराश होकर अपनी जान दे दी। डॉल्फिन के पास इंसानों जितना बड़ा दिमाग है लेकिन रिसर्च के जरिए उनके बात करने के तरीको और स्वभाव पर ज्यादा जानकारी हासिल की जा रही थी। इसके लिए पीटर, पामेला और सिसी नाम की तीन डॉल्फिन को चुना गया। डॉल्फिन को प्रोजेक्ट डायरेक्टर ग्रेगरी बेटसन के साथ सेंट थॉमस के कैरिबियाई द्वीप पर रखा गया था।
पीटर को होती थी जलन
मार्गरेट के बताया कि सिसी उनमें से सबसे बड़ी थी जबकि पामेला बहुत ज्यादा शर्मीली और पीटर सबसे युवा व थोड़ी शरारती थी। कुछ दिनों बाद मार्गरेट और पीटरके बीच अनोखा संबंध स्थापित हो गया। जब भी वो किसी दूसरी डॉल्फिन के साथ समय बिताती तो पीटर को जलन होती और देखते ही देखते पीटर अन्य डॉल्फिन्स से ज्यादा तेज हो गया।
पानी के अंदर बनाए संबंध
यही नहीं, वो अंग्रेजी को शब्दों को भी आसानी से समझने लगा और जवाब भी देने लगा। धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए और उनके बीच शारीरिक संबंध बन गए। मार्गरेट ने बताया कि एक बाद वो पानी में पैर डालकर बैठी थी तभी पीटर उनके घुटने के पास लंबे समय तक बैठा रहा।
ब्रेकअप होते ही दे दी जान
खबरों के मुताबिक, पीटर मार्गरेट के करीब आते ही उत्तेजित हो जाता था। हालांकि मार्गरेट को कुछ महसूस नहीं होता था, उन्हें सिर्फ खुजली जैसा लगता था। कई बार उनके शरीर पर खरोंचे भी आईं। फिर कुछ दिनों बाद मार्गरेट वहां से चली गई। शोधकर्ताओं ने बताया कि डॉल्फिन्स को सांस लेने के लिए नियमित सतह पर आना पड़ता था लेकिन मार्गरेट के जाने के बाद पीटर नहीं आता और कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। शोधकर्ता इसे आत्महत्या मानते हैं।