दुनियाभर में कोरोना के मामले कम होने की बजाए तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी हजारों की संख्या में लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। कोरोना से बचने के लिए लोगों को मास्क व दस्तानें पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग, घर पर रहना, हाथ धोना जैसी सावधानी बरतनें की हिदायतें दी जा रही है। मगर, इसके साथ ही कोरोना से बचने के लिए नशे से दूर रहना भी बहुत जरूरी है।
नशे से कोरोना का अधिक क्यों?
जी हां, डॉक्टरों को कहना है कि जो लोग शराब, सिगरेट या किसी दूसरे नशे का सेवन कर रहे हैं उन्हें इसका ज्यादा खतरा है। दरअसल, नशा इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, जिससे कोरोना ही नहीं बल्कि कई अन्य इंफेक्शन व बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। यही नहीं, नशे की लत आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के दरवाजे तक भी ले जा सकती है।
फेफड़ों को भी पहुंचाता है नुकसान
फेफड़े में खुद को साफ करने की एक व्यवस्था होती है। फेफड़े से वायरस और बैक्टीरिया बाहर आते हैं। मगर, तंबाकू, सिगरेट, शराब का सेवन फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है। फेफड़ों के ठीक से काम कर पाने की वजह से सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि दूसरी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।
शराब पीने वाले बीमारियों से लड़ नहीं पाते
कोरोना के ऐसे कई मरीज देखें गए है, जो शराब पीते थे। यही नहीं, शोधकर्ताओं ने पाया कि शराब पीने वाले कोरोना मरीज अन्य मरीजों के मुकाबले धीमी गति से रिकवर करते हैं। प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण ऐसे व्यक्ति कोरोना से लड़ नहीं पाते।
तंबाकू से फेफड़े का कैंसर
देश में करीब 35 फीसद युवा किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं, जो मुंह और फेफड़े की कैंसर की वजह बनता है। वहीं, नशे के चलते शरीर का कोई अंग खराब होता है तो उससे पूरे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खराब होती है।
अब तो आप जान ही गए होंगे कि नशा आपके लिए खतरनाक है। ऐसे में नशा निरोधक दिवस (International Day against Drug Abuse) पर नशा छोड़ने का संकल्प लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।