कोरोना वायरस के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है इसलिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतनें के लिए कहा जा रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर भी कोरोना को लेकर कई अपवाहें उड़ रही हैं। हाल ही सोशल मीडिया पर एक खबर काफी वायरस हो रही है कि कोरोना Cash से भी फैलता है। दरअसल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से एक नई गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें कोरोना को रोकने के लिए एक अहम का जिक्र किया गया है। उसमें लिखा गया है कि कैश लेने व देने से पहले हाथों को सैनेटाइज करें।
चलिए जानते हैं कि आरबीआई ने ऐसा क्यों कहा है और आपको क्या करना है?
क्या है आरबीआई (R.B.I.) का कहना?
आरबीआई द्वारा लोगों से अपील की गई कि, "फिलहाल लेन-देन के लिए लोग डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल करें।" इससे आप काफी हद तक कोरोना के खतरे से बच सकते हैं।
क्या है इस गाइडलाइन का लॉजिक?
हेल्थ एडवाइजरी को देखा जाए तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा कही गई बात को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना संक्रमण पर्सन टू पर्सन फैलता है। ऐसे में अगर आप नगद लेन-देन कर रहे हैं तो यह बीमार व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में ट्रांसवर हो सकता है। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए नगद लेन-देन का इस्तेमाल न करें।
क्या करें?
नकद लेन-देन के जरिए कोरोना वायरस की आशंका अधिक है। जिसे कोरोना का संक्रमण या सर्दी-जुकाम, खांसी व छींकने की समस्या है तो जब वायरस नोट के जरिए दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर सकता है।
. कोशिश करें डिजिटल पेमेंट ही करें।
. किसी भी दुकानदार या व्यक्ति से नकद लेन-देन जरूरी हो तभी हाथों को सैनेटाइज कर लें।
. ऐसे एटीएम से पैसे ना निकालें, जहां भीड़-भाड़ हो।