कई राज्यों से कोविड प्रतिबंध हटने और यहां तक कि मास्क लगाने की अनिवार्यता समाप्त किए जाने के बाद राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) की निदेशक डॉक्टर प्रिया अब्राहम ने कहा कि 12 साल से कम आयु के जिन बच्चों को खतरा है, उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए। बच्चों को सामान्य रूप से कोविड का हल्का संक्रमण होता है लेकिन जिन्हें खतरा ज्यादा है या जो अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं उन्हें परेशानी ज्यादा हो सकती है
बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को ज्यादा खतरा
अब्राहम ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए मेरे विचार में, 12 साल से कम आयु के ऐसे बच्चे जिन्हें ज्यादा खतरा है, या जिनका डायलिसिस हो रहा है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है और जिन्हें कैंसर आदि बीमारियां हैं, उनका टीकाकरण जरूरी है। कुछ राज्यों द्वारा मास्क लगाना अनिवार्य बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में संक्रमण की दर कम है।
स्कूलों में बच्चों के लिए कितना जरूरी ?
डॉक्टर का कहना है कि- अभी अपना एहतियात पूरी तरह छोड़ने का वक्त नहीं आया है। स्कूलों में बच्चों के लिए मास्क कितना जरूरी है, इसपर अब्राहम ने कहा कि मास्क लगाए रखने में कुछ परेशानी होती है और बच्चों को मास्क लगाने की आदत नहीं है। ऐसे में अभिभावक सवाल करेंगे कि मास्क क्यों लगाएं।’’उन्होंने कहा- बच्चों को संक्रमण होता है, लेकिन ज्यादातर में लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन अगर एक बच्चा संक्रमित होता है तो उससे परिवार के ऐसे सदस्य संक्रमित हो सकते हैं जिन्होंने टीका नहीं लगाया है या फिर जिनकी उम्र ज्यादा है और वह अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं।’’