
नारी डेस्क : राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गंभीर स्थिति में बना हुआ है। अक्षरधाम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 354 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। शहर के विभिन्न हिस्सों में सुबह के समय जहरीले स्मॉग की मोटी परत छा गई, जिससे दृश्यता प्रभावित हुई और सांस लेने में कठिनाई हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार कई इलाकों में AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में रहा।
प्रदूषण से सबसे प्रभावित इलाके
अक्षरधाम, आनंद विहार और ITO: AQI 354, सांस लेना मुश्किल।
इंडिया गेट और कर्तव्य पथ: AQI 294, स्मॉग की सघनता अधिक।
एनसीआर का हाल: नोएडा 317, गाजियाबाद 315, ग्रेटर नोएडा 290, गुरुग्राम 273, फरीदाबाद 199 (संतोषजनक)।
हवा की दिशा से मिली मामूली राहत
बीते रविवार हवा की दिशा बदलने के कारण प्रदूषण में मामूली कमी आई, लेकिन राहत अस्थायी रही। सुबह धुंध और हल्का कोहरा रहा, जबकि आसमान में स्मॉग की पतली चादर ने दृश्यता कम कर दी। लोगों को मास्क का सहारा लेना पड़ा, और सांस संबंधी बीमारियों वाले मरीज प्रभावित हुए।
प्रदूषण के प्रमुख स्रोत
वाहनों का योगदान: 16.59%
सड़क की धूल: 1.20%
निर्माण गतिविधियां: 2.31%
आवासीय प्रदूषण: 4.05%
पेरिफेरल उद्योग: 8.108%
सीपीसीबी (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को हवा पश्चिम दिशा से 10 किमी/घंटा की रफ्तार से चली। पीएम10 की मात्रा 240 माइक्रोग्राम/घन मीटर और पीएम2.5 की मात्रा 133.1 माइक्रोग्राम/घन मीटर रही। सीपीसीबी (CPCB) ने अनुमान लगाया है कि बुधवार तक दिल्ली की हवा "बेहद खराब" श्रेणी में बनी रहेगी। इससे सांस रोगियों को परेशानी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।