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12 देशों से भारत आने वाले नागरिकों पर रहेगी खास नजर,  ‘ओमीक्रोन’ को लेकर Guidelines जारी

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 29 Nov, 2021 04:44 PM
12 देशों से भारत आने वाले नागरिकों पर रहेगी खास नजर,  ‘ओमीक्रोन’ को लेकर Guidelines जारी

एक बार फिर दुनिया घरों में कैद होने को मजबूर हो सकती है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने  एक देश नहीं बल्कि देशों में आतंक फैलाना शुरू कर दिया है। ‘ओमीक्रोन’ को लेकर बढ़ती चिंता के बीच सरकार संशोधित गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके तहत अत्यधिक जोखिम वाले 12 देशों से आने वाले प्रत्येक यात्री के लिए सात दिन के होम क्वारंटाइन को अनिवार्य कर दिया गया है। 

भारत सरकार ने जारी की Guidelines

-‘जोखिम’ वाले देशों से आने वालों को करानी होगी आरटी-पीसीआर जांच।  
-जांच के नतीजे आने तक हवाई अड्डा छोड़ने की नहीं मिलेगी अनुमति।  
-पॉजिटिव पाए गए यात्रियों को किया जाएगा  क्वारंटीन। 
-नेगेटिव रिपोर्ट आने पर भी सात दिन  रहना होगा होम क्वारंटाइन।  
 -8वें दिन बार दोबारा किया जाएगा टेस्ट 
 -14 दिन तक स्वयं अपने स्वास्थ्य की करनी होगी निगरानी ।


टेस्ट का खर्च खुद उठाएगी सरकार

मंत्रालय ने कहा कि अन्य देशों से आने वाले यात्रियों में से पांच फीसदी की जांच की जाएगी और संबंधित विमानन कंपनी को प्रत्येक उड़ान से आने वाले उन पांच फीसदी लोगों की पहचान करनी होगी, जिनका परीक्षण किया जाना चाहिए। हालांकि, इनके नमूने की जांच का खर्च मंत्रालय वहन करेगा। मंत्रालय ने कहा कि वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को ध्यान में रखते हुए मौजूदा दिशा-निर्देशों में संशोधन किया गया है।


भारत में नहीं मिला नए वैरिएंट का कोई मामला 

दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के मिलने की खबर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दी गयी थी। भारत में इस वैरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के एक नये स्वरूप की पहचान की और उसे देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत, गोतेंग में हाल में संक्रमण के मामले बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।


डब्ल्यूएचओ ने किया सतर्क 

यह अस्पष्ट है कि नया स्वरूप पहली बार कहां सामने आया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने हाल के दिनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को इसे लेकर सतर्क किया और अब इसके मामले ऑस्ट्रेलिया, इज़राइल, नीदरलैंड सहित कई देशों में भी सामने आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को, इसे ‘‘चिंताजनक स्वरूप’’ बताया और इसे ‘ओमीक्रोन’ नाम दिया।

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