क्लीयरसिल सहित कुछ ब्रांडों में खतरनाक केमिकल पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। स्वतंत्र अमेरिकी प्रयोगशाला वैलिस्योर का दावा है कि मुहांसों के उपचार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट में कैंसर पैदा करने वाले रासायनिक बेंजीन के उच्च स्तर का पता चला है। वैलिस्योर ने इन प्रोडक्ट को वापस लेने की सलाह दी है।
एफडीए को शिकायत दर्ज
खबरों के मुताबिक वैलीश्योर ने इन उत्पादों को वापस लेने, गहन जांच करने और उद्योग दिशानिर्देशों को संशोधित करने के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) में याचिका दायर की है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजीन को अन्य मुंहासे उपचार उत्पादों में भी पाया गया था, जिनमें प्रोएक्टिव, पैनऑक्सिल, वालग्रीन्स का मुंहासे साबुन बार और वॉलमार्ट की इक्वेट ब्यूटी क्रीम शामिल हैं।
ड्राई शैम्पू में भी मिल चुका है बेंजीन
रॉयटर्स ने टारगेट और वॉलमार्ट से संपर्क करने की कोशिश की पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, और एफडीए ने अभी तक वैलिज़र की याचिका का जवाब नहीं दिया है। मुंहासे उपचार उत्पादों में बेंजीन की उपस्थिति चिंता का विषय है। याद हो कि कुछ साल पहले यूनिलीवर के ड्राई शैम्पू के कई ब्रांड्स में खतरनाक बेंजीन पाया गया था।
क्या है बेंजीन
बेंजीन रंगहीन या फिर हल्के पीले रंग का तरल पदार्थ होता है, जिसकी महक मीठी होती है। बेंजीन को कैंसर का कारण माना जाता है और यह एक कार्सिनोजेनिक रसायन (कैंसर पैदा करने वाला पदार्थ) है। बेंज़ीन आमतौर पर क्रूड ऑयल में पाया जाता है। कंपनियां बेंज़ीन का इस्तेमाल प्लास्टिक, रेसिन, नायलॉन और सिंथेटिक फाइबर के साथ लूब्रकेन्ट्स, रबड़, डाई, डिटर्जेंट, दवाएं और कीटनाशक को बनाने में करती हैं।
बेंजीन से क्या होता है नुकसान
बेंजीन को सांस के जरिए अंदर लेने, खाने की ज़रिएं या फिर लंबे समय तक बेंजीन को अवशोषित करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जिसमें ल्यूकीमिया जैसे कैंसर और दूसरे ब्लड डिसऑर्डर भी शामिल हैं। जो लोग बेंजीन के उच्च स्तर में सांस लेते हैं, उन्हें नींद से भरा, चक्कर आना और भ्रमित महसूस हो सकता है। इसके अलावा वे सिरदर्द, अनियमित दिल की धड़कन और कंपकंपी का भी अनुभव कर सकते हैं।