मार्गेरेट थैचर को ब्रिटेन की पहली प्रधानमंत्री चुना गया था। ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गेरेट थैचर को दुनिया में आयरन लेडी के तौर पर जाना जाता था। वे 11 साल तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर रहीं।आयरन लेडी कही जाने वाली इस शख्सियत ने तमाम फौलादी अवरोधों को तोडऩे के लिए संघर्ष किया।
ग्रैंथम के एक परचून वाले की यह लड़की ब्रिटेन की सबसे ज्यादा साल तक राज करने वाली पहली महिला प्रधानमंत्री बनी थी। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री 20वीं सदीं की दुनिया की प्रभावशाली नेताओं में से एक थी। इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन को एक नई दिशा दी। थैचर अपनी समकालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भी काफी नजदीक थीं। थैचर अपने ही समान कठोर फैसलों के लिए जानी जाने वाली इंदिरा गांधी की स्पष्ट प्रशंसक भी थीं।
1995 में अपनी भारत यात्रा को दौरान उन्होंने कहा था कि- हमारे बीच बहुत जल्दी ही अच्छे सम्बंध स्थापित हो गए, हम दोनों ही सर्वोच्च कार्यालयों की एकांतता का अनुभव करते हैं और किसी ऐसे व्यक्ति से बात करना अच्छा लगता है जो आपको समझता हो। 1984 में आयरिश गणराज्य की सेना द्वारा ब्रिटॉन होटल पर कंजर्वेटिव पार्टी की बैठक के दौरान किए गए हमले में बाल-बाल बचने के बाद थैचर को सबसे पहले जिन कुछ चुनिंदा लोगों ने संदेश भेजे थे, उनमें से इंदिरा गांधी भी थीं। थैचर वर्ष 1979 से 1990 के बीच ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थीं और खराब स्वास्थ्य के कारण सार्वजनिक जीवन से दूर हो गई थी।
मार्गरेट थैचर ने 1976 में भाषण देते हुए तत्कालीन सोवियत संघ की दमनकारी नीतियों की जमकर आलोचना की। इसके बाद सोवियत संघ के एक अख़बार ने उन्हें ‘लौह महिला’ के रूप में प्रचारित किया। उनकी लोकप्रियता अप्रैल 1982 में उस समय चरम पर पहुंच गई जब उन्होंने फॉकलैंड द्वीप पर अर्जेंटीना के हमले का करारा जवाब दिया। इस वजह से अर्जेंटीना को पीछे हटना पड़ा।