सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म के मामले ने तूल पकड़ ली है। 'लव हॉस्टल' के बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल भी इससे अछूते नहीं है। उन्होंने खुद माना कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म होता है। हाल ही में उन्होंने 'लव हॉस्टल' मेंअपने दमदार अभिनय से फैंस को इम्प्रेस किया लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें काम मिलना बंद हो गया था। यही नहीं, इसके कारण वह करीब 3 साल तक डिप्रेशन में भी रहें। हाल में उन्होंने अब अपने जीवन के कठिन दौर के बारे में बात की है। इसके साथ ही उन्होंने भाई-भतीजावाद और अपने गलत फैसलों को लेकर भी कई राज खोले हैं।
डिप्रेशन से जूझ चुके हैं बॉबी देओय
'सोल्जर' एक्टर ने डिप्रेशन से जूझने से लेकर गलत करियर चुनने तक कई खुलासे किए। उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली और धन्य हूं कि मैं अपने पिता और माता के घर में पैदा हुआ। मैंने इस परिवार को नहीं चुना, लेकिन मैं यहां पैदा हुआ हूं और इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। मेरा सच में मानना है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी परिवार का हो, चाहे फिल्म इंडस्ट्री में हो या बाहर, अगर लोग आपको नहीं देखना चाहते हैं, तो वे नहीं करेंगे।'
नेपोटिज्म से जुड़े खोले कई राज
अपने करियर की बात करते हुए उन्होंने कहा- 'जब मैंने अपना करियर शुरू किया तो लोग मुझे स्क्रीन पर देखना पसंद करते थे और इसलिए मुझे यह काम मिला। अगर मुझे अपनी पहली फिल्म में प्यार नहीं मिलता तो मुझे इतनी आसानी से काम नहीं मिलता। मुझे काम मिलता रहा। मैंने हिट के बाद हिट दी लेकिन फिर मैंने कुछ गलत चुनाव किए। बात नहीं बनी और मुझे काम नहीं मिला। अगर ऐसे देखा जाए तो पापा इंडस्ट्री में लेजेंड हैं तो मैं हर वक्त काम करता इसलिए हर बिजनेस में एक पिता अपने बेटे की मदद नहीं कर सकता जब वह असफल हो जाता है।'
'मुझे खुद पर भरोसा करना शुरू करना पड़ा'
डिप्रेशन के बारे में बात करते हुए बॉबी ने कहा, '3 साल तक मैं अपने दुखों में पूरी तरह खोया रहा। अपने आप जाओ इस बार से बाहर निकलने में केवल एक व्यक्ति ने मेरी मदद की और वह मैं था। आपका परिवार जीवन भर आपका साथ दे सकता है लेकिन वे आपको खड़ा नहीं कर सकते और आपको काम पर नहीं भेज सकते इसलिए मुझे खुद पर भरोसा करना शुरू करना पड़ा।'
'एक अभिनेता के लिए यह हमेशा मुश्किल होता है'
आगे उन्होंने कहा- 'मुझे यह देखकर दुख होता है कि मेरा परिवार मुझे ऐसी हालत में देखकर दुखी हो रहा है। तभी मेरे दिमाग में कुछ आया और मैंने खुद से कहा... मुझे खुद को तैयार करना होगा क्योंकि वे मेरे फैन हैं जो मुझे अब भी फिल्मों में देखना चाहते हैं। बात बस इतनी-सी थी कि मुझे खुद पर विश्वास करना शुरू करना पड़ा और मैंने सकारात्मक रहने की कोशिश की। तब मुश्किल था और यह अभी भी मुश्किल है। हालांकि अब लोग मेरे काम की सराहना कर रहे हैं लेकिन एक अभिनेता के लिए यह हमेशा मुश्किल होता है।'