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Karwa Chauth 2025: व्रत के दिन पहनें ये 5 खास रंग, बढ़ेगा प्यार और मिलेगा अखंड सौभाग्य

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 06 Oct, 2025 01:11 PM
Karwa Chauth 2025: व्रत के दिन पहनें ये 5 खास रंग, बढ़ेगा प्यार और मिलेगा अखंड सौभाग्य

नारी डेस्क:  करवा चौथ हर विवाहित महिला के लिए खास त्योहार है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और रात को चांद देखकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि यह दिन भावनाओं और रिश्तों का प्रतीक भी है। इस दिन पहनने वाले रंगों का भी विशेष महत्व होता है। सही रंग पहनने से पॉजिटिविटी, प्रेम और सौभाग्य बढ़ता है।

लाल – प्यार और समृद्धि का रंग

लाल रंग करवा चौथ का सबसे पारंपरिक और लोकप्रिय रंग माना जाता है। भारतीय संस्कृति में लाल का गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह रंग प्रेम, उत्साह और वैवाहिक बंधन की गहराई का प्रतीक होता है। शादी, सुहाग और उत्सवों में लाल चुनरी, साड़ी या लहंगा पहनना सौभाग्य और मंगल की निशानी माना जाता है। करवा चौथ पर लाल रंग पहनने से न सिर्फ आपकी खूबसूरती और आकर्षण बढ़ता है, बल्कि यह रंग सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। मान्यता है कि लाल रंग पहनने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली, नई ऊर्जा और जोड़ी के बीच प्रेम की गहराई बनी रहती है।

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 मरून – परंपरा और एलिगेंस का रंग

मरून यानी गहरा लाल रंग, जो लाल की तरह ही प्रेम और उत्साह का प्रतीक है, लेकिन इसमें थोड़ी परिपक्वता और रॉयल एलिगेंस होती है। यह रंग उन महिलाओं के लिए बिल्कुल सही है, जो ग्रेसफुल और क्लासिक लुक चाहती हैं। मरून पहनने से रिश्तों में स्थिरता, गंभीरता और आत्मविश्वास का संदेश जाता है। अगर इसे गोल्ड या सिल्वर ज्वेलरी के साथ पहना जाए तो यह ट्रेडिशनल और मॉडर्न दोनों तरह का लुक देता है। करवा चौथ पर मरून रंग पहनने से आपकी पारंपरिक गरिमा और सौंदर्य बढ़ता है और यह रिश्तों में गहराई और स्थिरता का प्रतीक भी माना जाता है।

 गुलाबी – रोमांस और नारीत्व का प्रतीक

गुलाबी रंग हमेशा से प्यार, कोमलता और नर्मियत का प्रतीक माना जाता रहा है। यह रंग किसी भी उम्र की महिला पर खिलता है और पूरे वातावरण को हल्का, खुशगवार और आकर्षक बना देता है। करवा चौथ पर हल्का गुलाबी या रोज़ पिंक आउटफिट पहनने से महिला का रूप मॉडर्न और ट्रेडिशनल दोनों अंदाज में निखरता है। गुलाबी रंग पहनने से न सिर्फ आपके व्यक्तित्व में मधुरता और सौम्यता आती है, बल्कि यह रंग रिश्तों में मिठास और रोमांस का अहसास भी बढ़ाता है। इसलिए करवा चौथ पर गुलाबी का चयन करना प्रेम और कोमलता को प्रदर्शित करने का सबसे सही तरीका माना जाता है।

पीला – खुशियों और पॉज़िटिविटी का रंग

पीला रंग हमेशा से खुशहाली, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक रहा है। यह रंग त्योहारों की रौनक और उत्सव की खुशी को कई गुना बढ़ा देता है। करवा चौथ पर सुबह की पूजा, हल्दी या सोलह श्रृंगार की शुरुआत पीले रंग के कपड़ों में करने से दिन की शुरुआत ही सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास से भर जाती है। पीला रंग पहनने से व्यक्ति का मूड अच्छा रहता है और यह आनंद और खुशियों का संदेश भी देता है। यह रंग नई शुरुआत और ताजगी का प्रतीक भी है, इसलिए इसे अपने व्रत और त्योहार पर शामिल करना शुभ माना जाता है।

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 हरा – सौभाग्य और नई शुरुआत का प्रतीक

हरा रंग करवा चौथ पर शांति, सौभाग्य और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग न सिर्फ प्रकृति और ताजगी का एहसास दिलाता है, बल्कि शादीशुदा जीवन में स्थिरता, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का भी संदेश देता है। हरे रंग की चूड़ियां, साड़ी या सूट पहनने से आपकी रिश्तों में नई ऊर्जा और सौभाग्य बढ़ता है। इसके अलावा, हरा रंग पहनने से मन और शरीर में सुकून और संतुलन आता है। इसलिए करवा चौथ पर हरा रंग पहनना न केवल खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि यह आपके वैवाहिक जीवन के लिए शुभ संकेत भी माना जाता है।

त्योहार के रंगों का महत्व

हर रंग की अपनी भावना और ऊर्जा होती है। करवा चौथ जैसे पवित्र दिन पर पहना गया रंग आपके मूड, सोच और आत्मा को प्रभावित करता है। लाल और मरून = प्रेम, उत्साह और आत्मविश्वास गुलाबी और पीला = खुशहाली, मिठास और पॉज़िटिविटी हरा = शांति, सौभाग्य और स्थिरता

इसलिए करवा चौथ पर अपने आउटफिट का रंग सोच-समझकर चुनना चाहिए, ताकि आपका पूरा दिन शुभता, प्रेम और पॉजिटिव एनर्जी से भरा रहे।

  

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