बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन और बहुभाषी फिल्म अभिनेता किच्चा सुदीप के बीच ट्विटर पर ‘दोस्ताना बहस’ देखने को मिली। बहस का विषय था, ‘‘हिंदी राष्ट्र भाषा है या नहीं। यह बहस सुदीप किच्चा के एक बयान को लेकर शुरू हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदी राष्ट्रीय भाषा नहीं रह गई। इस पर अजय देवगन ने जवाब देते हुए कहा- हिंदी हमेशा हमारी मातृ भाषा और राष्ट्रभाषा रहेगी।
हालांकि सुदीप ने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने जिस संदर्भ में बयान दिया था उसका मतलब पूरी तरह उससे अलग है, जो लोग समझ रहे हैं। अभिनेता ने कहा कि उनकी मंशा किसी को उकसाने या ठेस पहुंचाने या कोई बहस शुरू करने की नहीं थी। दरअसल उन्होंने एक बयान में कहा था कि- हिंदी अब राष्ट्रीय भाषा नहीं रही। लेकिन इस पर अभिनेता अजय देवगन ने रिएक्ट करते हुए अपने ट्वीट में लिख- ‘‘किच्चा सुदीप, मेरे भाई, आपके अनुसार हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है, तब आप अपनी मातृ भाषा में बनी फिल्म को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज कर रहे हैं। हिंदी थी, है और हमेशा हमारी मातृ भाषा और राष्ट्रभाषा रहेगी, जन गण मन।’’
इस पर सुदीप ने जवाब दिया- अजय देवगन सर, जिस संदर्भ में मैंने उक्त बयान दिया, मुझे लगता है कि वह पूरी तरह उससे अलग है, जिस रूप में यह आप तक पहुंचा। यह बयान किसी को ठेस पहुंचाने, उकसाने या कोई बहस शुरू करने के लिये नहीं दिया गया था। सुदीप ने आगे कहा कि वह देश की हर भाषा का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द ही उनसे (अजय देवगन से) मिलेंगे।
इसके जवाब में देवगन ने ट्वीट किया,‘‘किच्चा सुदीप, आप मित्र हैं, गलतफहमी दूर करने के लिए धन्यवाद। मैं हमेशा से फिल्म उद्योग को एक समझता रहा हूं। हम हर भाषा का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हर व्यक्ति हमारी भाषा का भी सम्मान करे। शायद अनुवाद में कुछ गुम हो गया था। सुदीप ने एक और ट्वीट में लिखा- और सर अजय देवगन, मुझे समझ आया जो आपने हिंदी में टेक्स्ट भेजा है. यह इसलिए क्योंकि हम सभी हिंदी की इज्जत करते हैं, उससे प्यार करते हैं और हमने यह भाषा सीखी है, कोई गिला नहीं सर, लेकिन मैं बस यही सोच रहा हूं कि अगर मैंने यही ट्वीट कन्नड़ भाषा में लिखा होता तो क्या स्थिति बनती. क्या हम सभीइंडिया से बिलॉन्ग नहीं करते हैं सर?
दरअसल हाल ही में सुदीप का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह यह कहते सुनाई दिए थे कि साउथ नहीं बल्कि बॉलीवुड अब पैन इंडिया फिल्में बना रहा है। हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं रही। बॉलीवुड वाले तेलुगु और तमिल फिल्में डब कर रहे हैं फिर भी सफल नहीं हो रहे।