वैदिक पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष यानी नवसंवस्तर हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। इस साल चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से ही नववर्ष की शुरूआत हो गई है। हिंदू नववर्ष की शुरुआत इस बार शनि-मंगल की युति में हो रही है। करीब 1500 साल बाद नववर्ष पर यह शुभ संयोग बन रहा है। साल 2022 के इस नव संवत्सर को विक्रम संवत 2079 के नाम से जाना जाएगा, जो नल नाम का संवत है और यह इंद्राग्नि युग का अंतिम वर्ष है। बता दें कि एक युग में पांच 5 होते हैं। इस नए साल के राजा शनि ग्रह हैं और मंत्री गुरु ग्रह बृहस्पति हैं।
दरअसल, हर साल नवसंवत्सर के पहले दिन के स्वामी को उस पूरे वर्ष के लिए राजा का दर्जा दिया जाता है। चूंकि इस वर्ष की शुरुआत शनिवार से हुई है इसलिए इस वर्ष के स्वामी शनि देव होंगे। इस नए साल में शनि और गुरु की कैबिनेट को संभालने से कई लोगों के जीवन में खुशियां आएंगी। 1500 साल बाद रेवती नक्षत्र और तीन राज योगों के दुर्लभ संयोग से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत हुई है। विक्रम संवत 2079 की शुरुआत में कई ग्रह अपनी उच्च और प्रभुत्व राशि में विराजमान होंगे।
नववर्ष में बन रहे शुभ संकेत
एक संयोग यह भी है कि शनि और बृहस्पति दोनों ही धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं। वहीं, अप्रैल के महीने में राशि बदलने जा रही हैं। शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ और बृहस्पति मीन में प्रवेश करेंगे, जोकि एक शुभ संयोग है।
इन राशियों पर बन रहा शुभ संयोग
ज्योतिष के अनुसार विक्रम संवत 2079 वृष, तुला, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि के शुभ रहेगा। इन लोगों को आर्थिक समस्याएं दूर होगी। वहीं, शनि के गोचर वाली इन राशि को धन लाभ भी होगा और व्यापार में सफलता मिलेगी। इन्हें जॉब के नए ऑफर भी आ सकते हैं। अगर आप प्रॉप्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आपको आपका अटका हुआ धन भी वापिस मिल सकता है। यह नया साल इन लोगों के जीवन में सफलता और सौभाग्य लेकर आया है। हर काम में आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।