नारी डेस्क: अहमदाबाद सिविल अस्पताल में एक बेहद संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण केस सामने आया, जिसमें सिर्फ पाँच महीने के एक बच्चे की भोजन नली (फूड पाइप) में बटन बैटरी फंसी मिली। यह मामला बच्चों में होने वाली लापरवाही से जुड़े गंभीर परिणामों की ओर इशारा करता है। डॉक्टरों के मुताबिक अगर बैटरी कुछ और समय तक अंदर रहती, तो स्थिति जानलेवा हो सकती थी।
खेलते-खेलते निगल ली बैटरी, हफ्ते भर तक खांसता रहा बच्चा
अक्सर छोटे बच्चे आसपास पड़े सामान को मुंह में डाल लेते हैं। यही गलती इस बच्चे के साथ भी हुई। माता-पिता को पता ही नहीं चला कि बच्चा कब खेलते हुए बटन बैटरी निगल गया। अगले कुछ दिनों तक वह लगातार खांसता रहा, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं हुआ कि वजह इतनी गंभीर हो सकती है। जब खांसी बढ़ी, तब परिवार उसे एक निजी अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने एक्स-रे की सलाह दी।
एक्स-रे में सामने आया चौंकाने वाला सच
एक्स-रे रिपोर्ट देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। बच्चे की भोजन नली में एक गोल धातु की चीज फंसी हुई दिखाई दी, जो बाद में बटन बैटरी निकली। तुरंत मामले को अहमदाबाद सिविल अस्पताल रेफर किया गया क्योंकि बैटरी शरीर के लिए अत्यंत खतरनाक हो सकती है।
रसायन के कारण गले में बन चुका था अल्सर
सिविल अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच की, जिसमें पता चला कि बैटरी की वजह से भोजन नली के ऊपरी हिस्से में अल्सर (घाव) भी बन चुके थे। बैटरी के अंदर मौजूद रसायन धीरे-धीरे बाहर निकलते हैं और नाजुक ऊतकों को जला देते हैं। अगर यह बैटरी कुछ दिन और फंसी रहती, तो भोजन नली में छेद (परफोरेशन) तक हो सकता था।
मुश्किल थी सर्जरी, डॉक्टरों की टीम ने समय रहते निकाली बैटरी
ENT और बाल सर्जरी विभाग की संयुक्त टीम ने तुरंत बच्चे की एंडोस्कोपी की। यह प्रक्रिया आसान नहीं थी क्योंकि बच्चे की उम्र बहुत कम थी और भोजन नली पहले ही क्षतिग्रस्त थी। “अगर बैटरी कुछ और समय रहती, तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी। सर्जरी चुनौतीपूर्ण थी लेकिन समय रहते बैटरी निकाल ली गई।”
दवाइयों से ठीक हुआ अल्सर, 15 दिन बाद बच्चा पूरी तरह सुरक्षित
सर्जरी के बाद बच्चे को विशेष दवाइयां दी गईं ताकि भोजन नली का अल्सर भर सके। लगभग 15 दिनों बाद दोबारा एंडोस्कोपी की गई, जिसमें पाया गया कि बच्चा अब पूरी तरह ठीक हो चुका है।
रिपोर्ट देखकर माता-पिता को याद आया बच्चा बैटरी से खेल रहा था
एक्स-रे रिपोर्ट देखने के बाद ही माता-पिता को याद आया कि उनका बच्चा कुछ दिन पहले बटन बैटरी के साथ खेलता हुआ दिखा था। उनकी यह छोटी-सी लापरवाही उनकी संताने की जान तक ले सकती थी।
यह मामला सभी माता-पिता के लिए चेतावनी है कि
छोटे बच्चों की पहुंच से छोटी बैटरी, सिक्का, मोती, खिलौनों के छोटे पार्ट्स बिल्कुल दूर रखें घर में मौजूद छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हमेशा बंद और सुरक्षित रखें बच्चे अचानक खांसें, उल्टी जैसा महसूस हो या खाना निगलने में दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर दिखाएं