मोटापा बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए तो मोटापा ओर भी ज्यादा खतरनाक होता है। डायबिटीज कंट्रोल में रखने के लिए लोग सही खान-पान और दवाइयों का सेवन करते है। इसके साथ डायबिटीज के मरीजों को मोटापा कंट्रोल करने की भी जरूरत होती है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह फूड्स ना सिर्फ शुगर लेवल बढ़ाते हैं बल्कि यह वजन बढ़ाने का काम भी करते हैं।
शुगर लेवल और मोटापा बढ़ाते हैं ये 5 फूड्स
शुगर युक्त ड्रिंक्स
डायबिटीज के मरीजों को शुगर युक्त ड्रिंक्स जैसे कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, फ्रूट पंच और शुगर ड्रिंक्स का सेवन नहीं करना चाहिए। इनमें फ्रुक्टोज की काफी मात्रा होती है, जो इंसुलिन प्रतिरोध, मोटापा, पेट की चर्बी, फैटी लिवर और हृदय रोग के खतरे को बढ़ावा देती है।
ट्रांस फैट युक्त चीजें
शोध के अनुसार, ट्रांस फैट युक्त चीजों करने से दिल के रोगों का खतरा बढ़ता है। साथ ही इसमें पाया जाने वाला मार्जरीन, पीनट बटर, क्रीमर्स और स्प्रेड्स इंसुलिन और बेली फैट बढ़ाने का काम करता है।
फ्रूट स्मूदी
अगर आप फ्रूट स्मूदी पी रहे हैं तो इस गलतफहमी में न रहें कि वह आपके लिए हेल्दी हैं। दरअसल, इन स्मूदी को बनाते समय फाइबर निकल जाता है और इनमें काफी शुगर भी होती है, जो वजन बढ़ाने के साथ शुगर लेवल को भी आउट ऑफ कंट्रोल कर देती है।
व्हाइट ब्रेड
व्हाइट ब्रेड एक हेल्दी विकल्प माना जाता है लेकिन असल में यह ब्लड शुगर और मोटापा बढ़ाती है। सफेद ब्रेड में उच्च कार्ब्स और लो फाइबर होता है, जिससे टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
किशमिश
ताजे फल पोषक तत्वों, विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं। मगर जब किशमिश को सुखाया जाता है तो इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और इसमें सिर्फ चीनी रह जाती है, जो शुगर लेवल बढ़ाने का काम करती हैं। अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो साथ में सूखे मेवे भी खाएं।
डायबिटिक पेशेंट यू कंट्रोल करें वजन
रोजाना करें व्यायाम
अपनी डाइट में बदलाव करने के साथ-साथ डायबिटीज के मरीजों को व्यायाम में भी परिवर्तन करना चाहिए। मगर व्यायाम करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इसके अलावा रोजाना कम से कम 40-45 मिनट जरूर टहलें, खासकर भोजन के बाद।
कम कैलोरी का सेवन
डायबिटीज के मरीजों को मोटापा घटाने के लिए कैलोरीज का सेवन कम करने के लिए कहा जाता है। इसलिए मोटापे को घटाने के लिए कम से कम कैलोरीज का सेवन कम करें लेकिन कैलोरीज और पोषक तत्वों के सेवन को धीरे-धीरे ही कम करें।
मीठी चीजों से रहें दूर
भोजन करते समय एकदम सारा खाना खाने की बजाए धीरे-धीरे और थोड़ा-थोड़ा खाएं। इसके अलाव मीठी चीजें जैसे गुड, शक्कर, शहद, मिठाइयां, मेवे आदि का सेवन न करें। जितना हो सकें इन चीजों से परहेज करें।
फाइबर युक्त चीजों का सेवन
भोजन में फाइबर युक्त चीजें जैसे फल, हरे पत्तेदार सब्जियां और अनाज को शामिल करें। इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है और रक्त में ग्लूकोज की मात्रा भी नियंत्रित रहती है।
तनाव से भी रहें दूर
डायबिटीज के मरीज तनाव से बचने की पूरी कोशिश करें। तनाव या अधिक टेंशन लेने से आपका वजन बढ़ने के साथ कई ओर प्रॉबल्म भी हो सकती हैं। तनाव से बचने के लिए आप ध्यान लगाना, योगा और प्राणायाम कर सकते हैं।
दालचीनी का करें सेवन
दालचीनी शरीर की सूजन को कम करने के साथ इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करता है। साथ ही इससे वजन भी कंट्रोल में रहता है। भोजन के बाद चाय या गर्म पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिक्स करके पीएं।
ग्रीन टी पीना भी है फायदेमंद
ग्रीन टी में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल पाया जाता है और ये एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है और वजन भी नहीं बढ़ता। रोजाना दिनभर में 2 बार इसका सेवन जरूर करें।