भारत इस समय जश्न के माहौल में डूबा हुआ है। चीन के हांगझोउ में एशियन गेम्स का आयोजन हुआ है, जहां पर भारत को पहला गोल्ड मेडल मिला। पुरुषों की 10 मीटर वाली एयर राइफल टीम स्पर्धा में भारतीय खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल हासिल किया। ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, रुद्राक्ष पाटिल और दिव्यांश ने टीम स्पर्धा में ये मेडल हासिल किया। भारतीय टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया।
भारतीय शूटिंग टीम ने रचा इतिहास
10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमरप, रुद्राक्ष पाटिल और दिव्यांश की टीम ने 1893.7 अंक हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। जबकि जबकि दूसरे नंबर पर दक्षिण कोरियाई टीम रही, जिसने 1890.1 अंक हासिल किए। भारत ने पहली बार एशियन गेम्स में इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल हासिल किया है। भारतीय खिलाड़ियों ने 1893.7 अंक हासिल करके चीनी खिलाड़ियों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। चीनी खिलाड़ियों ने बाकू वर्ल्ड चैंपियनशिप में रिकॉर्ड बनाया था। एशियन गेम्स में इतिहास रचने वाले 3 खिलाड़ियों ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, रुद्राक्ष पाटिल और दिव्यांश सिंह पंवार के बारे में जानते हैं।
ऐश्वर्य प्रताप तोमर
ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर का जन्म 3 फरवरी 2001 को मध्य प्रदेश के एक जमींदार परिवार में हुआ। साल 2015 में उन्होंने भोपाल में मध्य प्रदेश शूटिंग अकादमी में दाखिला लिया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। साल 2019 में एशियाई एयरगन चैंपियनशिप में जूनियर 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसके बाद आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल जीता। उन्हें बचपन से ही शूटिंग का शौक था। जब वो खरगोन के नवग्रह, शिवा बाबा जैसे मेलों में जाते थे तो बंदूक से गुब्बारों को शूट करते थे। वो इस दौरान खिलौनों से ज्यादा गुब्बारों को शूट करने में ज्यादा आनंद लेते थे।
रुद्राक्ष पाटिल
एशियन गेम्स में इतिहास बनाने वाले रुद्राक्ष पाटिल का जन्म 16 दिसंबर 2003 को मुंबई के ठाणे में हुआ। उनके पिता बालासाहेब पाटिल मुंबई में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस थे। पिता चाहते थे कि वो राइफल चलाना सीखे जो आगे भविष्य में पुलिस नौकरी के वक्त काम आएगा। पिता की इच्छा के मुताबिक रुद्राक्ष ने 11 साल की उम्र में स्पर्धाओं में हिस्सा लेना शुरू किया। रुद्राक्ष के घर में शूटिंग रेंज, जहां वो रोजा प्रैक्टिस करते हैं।
दिव्यांश सिंह पंवार
19 अक्टूबर 2002 को राजस्थान में जन्मे दिव्यांश के पिता अशोक अस्पताल में एक कर्मचारी हैं। जबकि उनकी मां निर्मला देवी एक नर्स हैं। दिव्यांश को बचपन से ही शूटिंग का शौक था। 12 साल की उम्र में उन्होंने ऑनलाइन गेम पबजी की लत लग गई थी। बेटे की लत छुड़ाने के लिए पिता ने उनको जयपुर के जंगपुरा सेंटर में शूटिंग के लिए भेज दिया। इसके बाद दिव्यांश ने दिल्ली के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में ट्रेनिंग ली और आज भारत का नाम रोशन कर दिया है।