पंजाब केसरी(लाइफस्टाइल): दुनिया में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं, जहां लड़कियों ने अपनी काबलियत न दिखाई हो। लड़कियों को बोझ समझने वाले लोगों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि हमारे देश में लड़कियां आज लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ही आगे नहीं बढ़ रहीं बल्कि उनको अपने जज्बे और अपनी काम करने की लगन से पीछे छोड़ रहीं हैं।
कुश्ती,पुलिस बल,पढ़ाई,ग्लैमर जगत में लड़कियां हमेशा से ही अपना हुनर दिखाती आई हैं लेकिन भारत के सबसे प्रतिष्ठित पद बी.एस.एफ,सेना और वायु सेना में भी अब लड़कियां अपनी काबलियत दिखा रहीं हैं। 2016 में भारतीय वायु सेना ने 3 लड़कियों अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ, मोहन सिंह को फाइट पायलट के पद पर नियुक्त किया गया था।जो हर लड़की के लिए गोरव की बात है और आगे बढ़ने की प्रेरणा है।
कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां लड़कियां भेदभाव का आज भी शिकार हो रही हैं या फिर उनके हौसलों के कम आंका जाता है। इसी बात को देखते हुए भारतीय वायु सेना ने हाल ही में लोगों को एक विज्ञापन के जरिए यह समझाने की कोशिश की है कि लड़की चाहे को क्या नहीं कर सकती।
'एक लडकी हूं मैं' 1 मिनट की इस वीडियों में बताया गया है कि लड़कियों को जोर का आवाज और ऊंचाई से डर लगता है। परिवार को बढ़ाने के लिए,नौकरी के बोझ के कारण उसको अपने सपनों का त्याग करना पड़ता है लेकिन इन सबके बावजूद इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपने देश का बचाव नहीं कर सकती। वह आगे बढ़ती है,अपने परिवार के लिए ही नहीं बल्कि देश की रक्षा के लिए वह पीछे नहीं हटती।
यह विज्ञापन लोगों की सोच को बदलने में मदद करेगा,महिलाओं की तरफ से देखने के तरीके और लड़की-लड़के के बीच पैदा होने वाले भेदभाव को खत्म करेगा। इसके साथ ही लड़कियों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।