नारी डेस्क: पहले 60 साल से ज्यादा उम्र वालों को हार्ट अटैक आने की घटनाएं सुनने को मिलती थी लेकिन अब हालात बेहद बदल गए हैं। अब युवा हार्ट अटैक के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। पहले महिलाओं को पुरुषों की तुलना में खतरा कम रहता है पर अब ऐसा नहीं है। महिलाएं भी इसका उतना ही शिकार हो रही हैं जितने की पुरुष। बदलती जीवनशैली, तनाव, गलत खानपान और स्वास्थ्य पर ध्यान न देने से यंग महिलाओं में यह समस्या और गंभीर हो जाती है। आइए समझते हैं कि इसके क्या कारण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
यंग महिलाएं हो रही ज्यादा शिकार
महिलाओं को दिल के दौरे से ओस्ट्रोजेन (महिला हार्मोन) द्वारा संरक्षित किया जाता है, लेकिन अब जीवन शैली में बदलाव के साथ, करियर स्ट्रेस,वर्क र्क लाइफ और पारिवारिक संतुलन, जंक फूड की आदतें, गतिहीन जीवन, धूम्रपान और गर्भ निरोधक गोलियों के साथ धूम्रपान करने से महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने का खतरा 5 गुना बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक के कारण
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव बहुत अधिक हो गया है। काम का दबाव, निजी जीवन की चुनौतियां और सामाजिक अपेक्षाएं महिलाओं पर भारी पड़ती हैं। ये सभी कारक शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालिन जैसे तनाव हार्मोन को बढ़ाते हैं, जो दिल की समस्याओं का खतरा बढ़ाते हैं।
गलत खानपान
जंक फूड, फास्ट फूड, और उच्च वसा और चीनी वाली चीजों का अत्यधिक सेवन यंग महिलाओं में मोटापा और हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बन रहा है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। वहीं धूम्रपान और शराब का सेवन भी दिल पर सीधा नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह रक्त वाहिनियों को संकीर्ण करता है और दिल तक ब्लड फ्लो को कम कर देता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
शारीरिक गतिविधि की कमी
नियमित एक्सरसाइज न करने से शरीर की फिटनेस कम होती है, जिससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। यह दिल के लिए खतरनाक साबित होता है।
हार्मोनल असंतुलन
हार्मोनल परिवर्तन भी हार्ट अटैक के जोखिम में योगदान दे सकते हैं। गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक इस्तेमाल और मेनोपॉज से संबंधित हार्मोनल असंतुलन दिल की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं।
कैसे बचें हार्ट अटैक से
- आहार में अधिक फल, सब्जियाँ, और फाइबर युक्त भोजन शामिल करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन जैसे मछली, अखरोट, और फ्लैक्ससीड दिल के लिए फायदेमंद होते हैं।
- तले हुए और उच्च वसा वाले भोजन से बचें। नमक और चीनी का सेवन कम करें।
- रोजाना 30-45 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे तेज चलना, योग, या साइकलिंग करें। यह न केवल वजन को नियंत्रित रखेगा, बल्कि दिल को भी मजबूत बनाएगा।
- धूम्रपान और शराब दिल की सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इन्हें जितना हो सके, पूरी तरह से छोड़ने की कोशिश करें।- तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन, योग, और माइंडफुलनेस जैसी तकनीकों का अभ्यास करें। यह मानसिक शांति को बढ़ावा देगा और दिल की सेहत को बेहतर बनाएगा।
- ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और शुगर का नियमित चेकअप करवाते रहें। इससे किसी भी तरह की असामान्यता को समय पर पकड़ा जा सकता है और उचित इलाज किया जा सकता है।
- 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है। नींद की कमी भी दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण हो सकती है।
यंग महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
- सीने में दर्द या भारीपन
- सांस लेने में कठिनाई
- अचानक पसीना आना
- उल्टी या मिचली महसूस होना
- जबड़े, गर्दन, या कंधों में दर्द
अगर इन लक्षणों का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। दिल की बीमारियों को गंभीरता से लेना बहुत जरूरी है।