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Sakat Chauth 2022: गणेश जी को भूलकर भी ना चढ़ाएं तुलसी, जानिए व्रत में किन बातों का रखें ध्यान

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 21 Jan, 2022 11:15 AM
Sakat Chauth 2022: गणेश जी को भूलकर भी ना चढ़ाएं तुलसी, जानिए व्रत में किन बातों का रखें ध्यान

हिंदू धर्म में सकट चौथ व्रत का काफी महत्व है, जो हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इसे संकटा चौथ, माघी चौथ, तिल चौ​थ और तिलकुट चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन महिलाएं अपने सुखी वैवाहिक जीवन और पुत्र की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत करती हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश और गौरी जी की अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और घर में भी सुख-समृद्धि बनी रहती है। मगर, इस दौरान व्रत के सभी नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी है। चलिए हम आपको बताते हैं सकट चौथ व्रत के दौरान महिलाएं किन-किन बातों का रखें ध्यान

व्रत रखने की विधि

. पंडित जी के अनुसार सकट चौथ पर मुख्य रूप से भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। 
. इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं सुबह जल्दी उठकर लाल वस्त्र पहनती हैं।
. ऐसा माना जाता है कि गणपति को लाल रंग के कपड़े पसंद होते हैं, इसलिए इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना बहुत फायदेमंद होता है।
. गणपति के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की मूर्ति को भी पूजा के लिए रखना चाहिए।
. पूरे दिन उपवास करने के बाद रात को चंद्रमा को अर्ध्य दें।
. इसके बाद गणेश जी की पूजा करके आप फल खा सकते हैं।
. कुछ जगहों पर आपको शाम के समय भी भगवान गणेश की पूजा करनी पड़ती है।
. इस दिन भोग के रूप में तिल, गुना और शकरकंद का भोग लगाया जाता है।
. गणेश मंत्र का जाप करते हुए भगवान गणेश को 21 दूर्वा चढ़ाएं।
. पूजा के बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलें।

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लम्बोदरा संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत नियम

भक्तों को सुबह से शाम तक पूर्ण उपवास रखना चाहिए और शाम को गणेश पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद चंद्र देव के दर्शन होते हैं और चंद्र देव को प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद उपवास समाप्त होता है। अगर पूर्ण उपवास न हो सके तो दूध और फलों का सेवन किया जा सकता है।

सकट चौथ के दौरान न करें ये गलतियां

. सुबह ब्रह्म मुहूर्त के दौरान उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहनें। भगवान गणेश जी का ध्यान करने के बाद व्रत आरंभ करें।
. व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य बनाए रखें।
. इस दिन भूलकर भी चावल, गेहूं, दाल और मांसाहारी भोजन का सेवन न करें।
. बुरे विचारों से दूर रहें और 'ओम गणेशाय नमः' मंत्र का जाप करें।
. तंबाकू और शराब का सेवन वर्जित है इसलिए इन दिन इससे दूरी बनाकर रखें।
. सकट व्रत के दिन भूलकर भी गणेश जी की सवारी मूषक यानि चूहे को सताएं नहीं। इससे बप्पा नाराज हो सकते हैं।
. सकट व्रत करते समय महिलाएं काले रंग के कपड़े न पहनें। इस दिन पीले या लाल रंग रग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
. ध्यान रखें कि चंद्रमा को अर्घ्य देते समय जल की छींटे पैरों पर ना पड़ें। साथ ही जल में दूध और अक्षत मिलाना ना भूलें।

गणपति को तुलसी न चढ़ाएं

भगवान गणेश जी को तुलसी चढ़ाना वर्जित माना जाता है इसलिए व्रत के दौरान उन्हें तुलसी या उससे बनी कोई चीज अर्पित नहीं करनी चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार, बप्पा ने ने तुलसी जी का विवाह प्रस्ताव ठुकरा दिया था, जिसके बाद देवी ने भगवान गणेश जी को 2 विवाह का श्राप दिया था। वहीं, बप्पा ने तुलसी जी का विवाह एक राक्षस के साथ होने का श्राप दिया। बस तभी से बप्पा के पूजन में तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

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