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अजब-गजब! महिला के एक नहीं दो Uterus, दोनों कोख में पले दो-दो बच्चे जुड़वा बच्चे

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 20 Jan, 2021 10:40 AM
अजब-गजब! महिला के एक नहीं दो Uterus, दोनों कोख में पले दो-दो बच्चे जुड़वा बच्चे

ज्यादा मोटे होने से लेकर शरीर के कुछ अंग जुड़े होने तक, अब तक आपने ऐसे बहुत से अजीबो-गरीब मामले सुने होंगे। मगर, आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके शरीर की खासियत को सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। दरअसल, इस महिला के पास एक नहीं बल्की दो यूट्रस है, जो वाकई हैरानी की बात है। इतना ही नहीं, इस महिला ने दो यूट्रस से दो अलग-अलग जुड़वा बच्चों को भी जन्म दिया।

महिला के एक नहीं, दो यूट्रस

ब्रिटेन की 28 साल की केली फेयरहर्स्ट को दो गर्भाश्य का पता तब चला जब वह सोनोग्राफी करवाने के लिए डॉक्टर के पास गई। यही नहीं, रिपोर्ट में आया कि दोनों जुड़वा भ्रूण भी अलग-अलग गर्भाश्य में पल रहे थे। डॉक्टरों के मुताबिक, 5 करोड़ महिलाओं में से किसी 1 महिला में डबल यूट्रस  होता है। यही नहीं, ऐसी महिलाओं को 2 बार प्रसव पीड़ा से भी गुजरना पड़ सकता है। इस दौरान महिला के शरीर में 2 सर्विक्स या गर्भाशय ग्रीवा भी होती हैं। बता दें कि केली की पहले से 2 बेटियां हैं, जिसमें से एक की उम्र 2 और दूसरी 4 साल है।

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विरासत में मिला जीन्स

केली का कहना है कि उनके बच्चे की प्री-मैच्योर डिलीवरी हो सकती है। इससे पहले भी उनकी दोनों बेटियों प्री-मैच्योर डिलीवरी हुई थी। अब उनके परिवार में 2 जुड़वा बच्चे होंगे, उनके नाना भी ट्रिपलेट थे। मैंने भी कभी नहीं सोचा था मेरे पास दो कोख होंगी। शायद मुझे ये विरासत में मिला है।

कब बनती हैं शरीर में 2 कोख

मेडकल भाषा में 2 यूट्रस की स्थिति को 'यूट्रस डाईडेल्फिस' कहते हैं, जो एबनॉर्मेलिटी जन्मजात होती है। जब यूट्रस 2 छोटी-छोटी ट्यूब में बंट जाता है, तब यह स्थिति पैदा होता है। कई बार दोनों ट्यूब्स अंदर से खोखली होती हैजबकि कई बार ये आपस में जुड़ी होती है। दोनों ही ट्यूब सर्विक्स से जुड़ी होती हैं लेकिन इनका आकार समान्य के मुकाबले छोटा हो जाता है। ऐसी महिलाओं में कई बार 2 वैजाइना, सर्विक्स या गर्भाशय ग्रीवा भी हो सकती हैं।

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गर्भपात का बड़ा खतरा

ऐसे दुर्लभ स्थिति में कई कॉम्प्लिकेशन आ सकती हैं जैसे डिलीवरी लेट या जल्दी होना। वहीं, इसके कारण कई बार महिलाओं को दो बार प्रसव पीड़ा भी सहनी पड़ सकती है। इतना ही नहीं, इसके कारण बांझपन (इन्फर्टिलिटी), प्रेगनेंसी में अधिक ब्लीडिंग, प्रीमैच्योर बर्थ, किडनी की विकृति, गर्भपात का खतरा भी रहता है। इसलिए डॉक्टर ऐसी अवस्था में ज्यादातर सिजेरियन डिलीवरी ही करते हैं, ताकि जान जाने का जोखिम घटाया जा सके।

डबल यूट्रस का कारण 

हालांकि ऐसा क्यों होता है इसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है लेकिन इसके लिए आनुवंशिक कारण जिम्मेदार हो सकते है। कई बारयह समस्या मां से बेटी को भी हो सकती है।

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कैसे पहचान कि शरीर में है डबल यूट्रस?

डबल यूट्रस वाली महिलाओं की मैरिड लाइफ, प्रेगनेंसी और डिलीवरी पूरी तरह से सामान्य होती है। ज्यादातर महिलाओं को इसकी जानकारी स्कैनिंग करवाने के बाद ही होती है लेकिन आप कुछ लक्षण महसूस कर सकती हैं, जैसे...

. बार-बार गर्भपात होना
. अक्सर ब्लीडिंग होते रहना
. पीरियड्स में बहुत अधिक दर्द

ऐसे में आप गाइनकोलॉजिस्ट की सलाह से पेल्विक टेस्ट, गर्भाशय एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और MRI करवा सकती हैं।

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