मानसून का मौसम शुरू हो चुका है। इस दौरान डायरिया, फूड पॉइजनिंग, फ्लू व इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है इसलिए खान-पान का खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। वहीं, कोरोना के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है इसलिए सही डाइट लेना और भी जरूरी है। सेहतमंद रहने व इम्यूनिटी बूस्टर के लिए सब्जियों से बढ़िया ऑप्शन और कोई नहीं लेकिन इस दौरान सलाद और कच्ची सब्जियां नहीं खानी चाहिए। चलिए आपको बताते हैं क्यों?
क्यों नहीं खानी चाहिए हरी सब्जियां?
एक्सपर्ट का कहना है कि इस मौमस में हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया आसानी से पनप जाते हैं, जिससे पेट दर्द, इंफैक्शन का खतरा रहता है। यही वजह है कि बरसात में पालक, बथुआ, मेथी, गोभी, पत्ता गोभी आदि खाने की मनाही होती है।
1. बेशक सब्जियां और सलाद सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन बरसाती मौसम में इनसे दूरी बनानी चाहिए। दरअसल, इस मौसम में कीटाणु व बैक्टीरिया ज्यादा पनपने लगते हैं। ज्यादातर सब्जियां ज्यादातर जमीन के नीचे या मिट्टी में उगाई जाती है। अधिक नमी के कारण इनमें जर्म्स, बैक्टीरिया और वायरस जन्म ले लेते हैं।
2. ऐसे में जब आप इन्हें अच्छी तरह धोकर नहीं पकाते तो बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बीमारी फैलाने वाले ये सूक्ष्मजीव सामान्य आंखों से दिखाई भी नहीं देते। अधपकी या कच्ची सब्जियां खाने से आप सीधा बैक्टीरिया और फंगस के संपर्क मे आ जाते हैं, जिससे पाचन तंत्र असंतुलित हो जाता है।
3. वहीं, खेतों मे किसान कीटनाशक दवाई, पेस्टिसाइड्स आदि का छिड़काव करते हैं, जिससे सब्जियों पर उनका असर आ जाता है। ऐसे में यदि आप कच्ची सब्जियों व सलाद का सेवन करती हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
क्या करें?
1. अगर आप बरसाती मौसम में कच्ची या पत्तेदार सब्जियां, सलाद खाना चाहते हैं तो उसे अच्छी तरह गर्म पानी से धोकर उबालकर खाएं।
2. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे- लेटयूस (Lettuce), पालक, बंदगोभी, मूली आदि से दूरी बनाकर रखें क्योंकि इनमे कीड़े (कैटरपिलर) या बैक्टीरिया फैलाने वाले उनके अंडे हो सकते हैं, जो आपको बीमार कर सकते हैं।
3. सब्जियां उबालना नहीं चाहते तो गर्म पानी में नमक डालकर सब्जियों को उनमें कुछ देर के लिए भिगो दें। फिर उन्हें दोबारा साफ पानी से धो लें।
बैंगन से भी रखें परहेज
हरी सब्जियों के साथ सावन में बैंगन भी नहीं खाने चाहिए क्यों उनमें भी कीड़े लग जाते हैं। इसे खाने से पेट में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है।
तले-भुने से करें परहेज
बरसाती मौसम में ज्यादा तल-भुला, मसालेदार भोजन भी नहीं करना चाहिए। इससे पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा नींबू, अनार से भी परहेज करें।
क्या खाएं?
आयुर्वेद के मुताबिक, इस मौसम में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए , जो आसानी से पच जाएं। सावन में आप दालें, तुरई, टमाटर, आलू, कद्दू, लौकी, नट्स, बीन्स, फल, मखाने, कट्टू या सिंघाड़े का आटा, साबूदान, केला, अनार, नाशपति और जामुन आदि लें सकते हैं। कोशिश करें कि सावन के दौरान सात्विक भोजन ही लें।