शादी दो लोगों ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मेल भी होती है। तभी तो मायका छोड़ पिया के घर आई दुल्हन को एक साथ ही अनेक रिश्ते मिल जाते हैं। सास-ससुर, देवर के अलावा ननद-भाभी का रिश्ता भी इन्हीं में से एक है, जो नई नवेली दुल्हन के लिए सबसे खास होता है।
एक लड़की के लिए ससुराल में ये अकेला एक ऐसा रिश्ता होता है, जिसमें वो अपनी छोटी बहन व एक दोस्त को देख सकती है और उससे अपनी हर छोटी-बड़ी बात शेयर कर सकती है इसलिए ननद-भाभी का रिश्ता बेहद खास होता है। जहां ननद के लिए उसी भाभी मां समान होती है वहीं भाभी के लिए भी ननद उसकी बहन की तरह होती है, जिससे वो अपनी दिल की हर बात शेयर कर सके। हालांकि आजकल रिश्तों में प्यार कम और दूरियां ज्यादा आ गई है।
ननद और भाभी का रिश्ता एक दोस्त और मां-बेटी की तरह होना चाहिए। अगर ननद छोटी हैं तो उसको अपनी दूसरी मां यानि भाभी की इज्जत करनी चाहिए। वहीं अगर ननद बड़ी हैं तो भाभी का फर्ज है वो अपनी ननद को समझें। इस रिश्ते में दोनों को ही बहन, दोस्त और मां-बेटी की तरह एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
ननद भाभी के रिश्ते को कैसे बनाएं मजबूत....
1. अगर आपकी ननद आपसे फ्रैंड के तरह रहती है तो उसकी बातें किसी से भी शेयर न करें। अगर आपको उनकी कुछ बातें गलत लगती हो तो आप ही उसे प्यार से समझाएं।
2. ननद को खुश करना चाहती है तो जब कभी आप मार्किट जाती है तो उसके लिए कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर आएं।
3. अपनी ननद के सामने कभी भी पति की बुराई न करें क्योंकि कोई भी बहन अपने भाई की बुराई नहीं सुन सकती।
4. भले ही आप अपना काम करके फ्री हो गई हो, यह कभी मत सोचो कि यह उसका ही काम है और आप ही खत्म करें बल्कि उस वक्त उसकी काम में हाथ बटाएं और उससे बाते करें।
5. शॉपिंग पर जाने के लिए भाभी से बेहतर कोई पार्टनर नहीं हो सकता।