पैनिक डिसऑर्डर या पैनिक अटैक ऐसा मनोरोग है, जिसमें रोगी के मन में कुछ बुरा होने का डर बैठ जाता है। यह किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय आ सकती है। हालांकि इसके कुछ लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन वो इतने सामान्य होते हैं कि कई बार इसकी पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हर व्यक्ति के पैनिक अटैक के लक्षणों के साथ-साथ बचाव की जानकारी भी होनी चाहिए। चलिए आपको बताते हैं कि पैनिक अटैक क्या है और इससे कैसे बचाव किया जाए।
क्या है पैनिक अटैक?
अचानक डर हावी होना, लंबे समय तक तनावग्रस्त रहने या अधिक असहज होने की स्थिति को पैनिक अटैक कहा जाता है। एक्सपर्टे का कहना है कि जब शरीर फाइट ओर फ्लाइट मोड में चला जाता है तब पैनिक अटैक आता है। इसमें मरीज को बैचैनी और कुछ बुरा होने जैसे महसूस होता है। इसका असर कभी हल्का होता है तो कभी यह पैनिक डिसॉर्डर या सोशल फोबिया के रूप में सामने आता है, जो एंग्जाइटी डिसॉर्डर का ही एक प्रकार है। यह अटैक 15 सेकेंड से लेकर 1 घंटे की अवधि तक रहता है।
पैनिक अटैक के लक्षण
पैनिक अटैक के लक्षण एकदम सामने आते हैं। ये हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। हालांकि पैनिक अटैक खतरनाक नहीं होता और यह सिर्फ 10-15 मिनट तक का ही होता है।
अपना आपा खो देना
सांस लेने में दिक्कत
दिल की धड़कने तेज होना
गला दबा हुआ महसूस होना
बेहोशी महसूस करना
हाथों-पैरों की उंगलियां सुन्न होना
हाथों-पैरों से पसीना छूटना
दांतों का कटकटाना
कानों में घंटियां-सी बजना
सिर में हल्कापन महसूस होना
बेहोशी या किसी बुरी घटना का अहसास
पैनिक अटैक से बचाव
तनाव को ना होने दें हावी
पैनिक डिसॉर्डर का मख्य कारण है तनाव इसलिए इसे खुद पर हावी न होने दें। इसके लिए तुरंत किसी खुली जगह में जाए या आंखें बंद करके रिलैक्स होने की कोशिश करें।
गहरी सांस लें
जब भी पैनिक अटैक का एहसास हो तो शांति से बैठकर गहरी सांस लें। इससे शरीर व दिल की धड़कनें सामान्य हो जाएंगी। जब भी इस तरह की समस्या हो तो सबसे पहले एक ग्लास ठंडा पानी पीएं। इससे शरीर सामान्य स्थिति में आ जाएगा।
बंद आंखों वाला व्यायाम
जब पैनिक अटैक आए तो तुरंत एक शांत जगह पर जाकर सीधे लेट जाएं। फिर कुछ मिनटों के लिए हल्के से आंखों को बंद करे। इसके बाद धीरे-धीरे दिमाग से बुरे विचारों को निकालने की कोशिश करें। इससे आपको जल्दी आराम मिलेगा।
विचारों को करें धीमा
नकारात्मक विचार बार-बार दिमाग में घूमने से भी पैनिक अटैक आ जाता है। ऐसे में गहरी सांस ले और विचारमंथन को भी कम करें, ताकि दिमाग में चल रहे नकारात्मक विचारों को कम किया जा सके।
बादाम का सेवन
बादाम में पाए जाने वाले पोषक तत्व और मिनरल्स नर्वस सिस्टम और मस्तिष्क को शांत करते हैं। जब भी पैनिक अटैक आए 10-12 बादाम चबा लें।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफिनॉल पैनिक अटैक से जुड़े तनाव को कम करने में भी मदद करता है। पैनिक अटैक के लक्षण दिखने प तुरंत ग्रीन टी बनाकर पीएं। वहीं रोजाना कम से कम 2 कप ग्रीन टी का सेवन इसका खतरा कम करता है।
व्यायाम
जब पैनिक अटैक आने जैसे महसूस हो तो तुरंत शांत जगह पर जाकर सीधे लेट जाएं। कुछ मिनट के लिए हल्के से आंखों को बंद करे और अपने दिमाग से सभी बुरे विचार निकाल दें।