बॉलीवुड में इन दिनों भाई-भतीजावाद को लेकर बहस छिड़ी हुई है। स्टार्स आए दिन इस मुद्दे पर कोई नया खुलासा करते हैं। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद जहां स्टार्स किड्स पर निशाना साधा जा रहा है वही ‘टारजन’ फिल्म के एक्टर वत्सल सेठ उनकी स्पोर्ट में उतरे हैं। हाल में एक्टर वत्सल सेठ ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी हैं।
करीना-सैफ के बेटे तैमूर को लेकर बोले वत्सल
एक नामी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में वत्सल ने स्टार किड्स को स्पॉट करते हुए कहा कि हर फील्ड में माता-पिता अपने बच्चे को स्पोर्ट करते हैं। बच्चे पैरंट्स वाला काम करते हैं क्योंकि वह बचपन से उन्हें वही करते देखते हैं। इसी तरह स्टार किड्स होते हैं, वे वही करना चाहते हैं जो उनके पैरेंट्स ने किया है। इसमें कोई गलत बात नहीं। करीना कपूर खान और सैफ अली खान के बेटे तैमूर अली खान के बारे में बात करते हुए वत्सल ने कहा तैमूर भी स्टार किड है। जो लोग तैमूर की एक फोटो और वीडियो के पीछे पागल रहते हैं वह कैसे कंप्लेंट कर सकते हैं नेपोटिज्म के बारे में। वत्सल ने कहा, आगे जाकर अगर तैमूर एक्टर बनते हैं तो आप नेपोटिज्म का रोना नहीं रो सकते हैं।'
नेपोटिज्म से कोई भी बड़ा या छोड़ा नहीं होताः वत्सल
आगे वत्सल कहते हैं कि नेपोटिज्म से कोई भी बड़ा या छोड़ा नहीं होता है। हर किसी को काम में मेहनत करनी पड़ती है। कार्तिक आर्यन और आयुष्मान खुराना ने बॉलीवुड में अपनी जगह खुद बनाई है। उन्होंने काफी मेहनत की है। वरुण धवन के पिता डायरेक्टर हैं, लेकिन इस बात को कोई इग्नोर नहीं कर सकता कि वरुण धवन ने बॉलीवुड में पहचान बनाने के लिए कितनी मेहनत की है। हां, एक आउटसाइडर के लिए इंडस्ट्री में चीजें काफी मुश्किल हो सकती हैं लेकिन नमुमकिन नहीं। मुझे सीनियर्स एक्टर्स से आगे बढ़ने का सहारा मिला है और मुझे नहीं लगता कि इंडस्ट्री में नेपोटिज्म है।
वत्सल सेठ ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2004 में फिल्म 'टार्जन द वंडर' कार से की थी। इस फिल्म में उनके साथ आयशा टाकिया नजर आई थी। फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया। उसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली फिर वत्सल ने छोटे पर्दे की ओर अपना रुख किया। वह छोटे पर्दे के शो एक थी हसीना में नजर आए।
इसी के साथ आपको बता दें कि करीना-सैफ के बेटे तैमूर अली खान बॉलीवुड के पॉपुलर स्टार किड्स हैं। तैमूर के जन्म के बाद से ही वह सुर्खियों में रहे हैं।