हिंदू धर्म में कई चीजों को बहुत ही खास महत्व बताया गया है, उन्हीं में से एक है स्वास्तिक। स्वास्तिक का मान्यताओं के अनुसार, कुछ खास महत्व बताया गया है। इसका प्रयोग हर किसी मंगल कार्य में किया जाता है। इसके अलावा स्वास्तिक को गणेश जी का भी प्रतीक माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, यदि स्वास्तिक को सही दिशा में बनाया जाए तो इससे आपको शुभ फल मिल सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं स्वास्तिक से जुड़े वास्तु टिप्स...
घर में आएगी सुख-समृद्धि
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इससे आपके घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
व्यापार में होगी तरक्की
अगर आपका व्यापार अच्छा नहीं चल रहा या आपको किसी तरह का घाटा हो रहा है तो आप तिजोरी पर लाल रंग की चोली से स्वास्तिक बनाएं।
नहीं होगी धन की कमी
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में स्वास्तिक बनाने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती।
बढ़ेगी घर में खुशियां
यदि आप चाहते हैं कि घर की खुशियां बढ़े तो आप घर की दक्षिण दिशा में स्वास्तिक बना सकते हैं।
हर काम में मिलेगी सफलता
अगर आपके काम पूरे या सफल नहीं हो पाते तो ऐसे में आप घर की पश्चिम दिशा में स्वास्तिक का निशान बना सकते हैं।
स्वास्तिक बनाने का सही नियम
मान्यताओं के अनुसार, स्वास्तिक बनाने के लिए आप सबसे पहले स्वास्तिक का दाया भाग बनाएं। इसके बाद स्वास्तिक का बायां भाग बनाएं।
न बनाएं इस तरह स्वास्तिक
स्वास्तिक का चिन्ह बनाते समय कभी भी प्लस के साइन से इसकी शुरुआत नहीं करनी चाहिए। प्लस के साइन के साथ स्वास्तिक बनाना अशुभ माना जाता है।