माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि वाले दिन बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जा रही है। बसंत वाले दिन विद्या और वाणी की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इसके अलावा बसंत वाले दिन से बसंत ऋतु भी शुरु हो जाती है। बसंत ऋतु का संबंध कामदेव और देव रति से भी माना जाता है। इसलिए बसंत वाले दिन कामदेव और उनकी पत्नी रति की भी पूजा होती है। मान्यताओं के अनुसार, बसंत वाले दिन पति-पत्नी या प्रेमी जोड़े को कामदेव और मां रति की उपासना करनी चाहिए। इससे उनके रिश्ते में मिठास बढ़ती है और इस दिन कुछ उपाय करने से प्रेम और वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याएं भी दूर होती हैं।
कामदेव और देवी रति की पूजा
बसंत पंचमी वाले दिन कामदेव और देवी रति की पूजा करें। पूजा करने के लिए सबसे पहले लकड़ी की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाएं। फिर इस पर चावल का कमल दल बनाएं। उसके आगे वाले भाग में हल्दी से भगवान गणेश और पीछे वाले भाग में चंदन के साथ कामदेव और देवी रति की प्रतिमा बनाएं। फिर पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें। इस दिन कामदेव को रंग-बिरंगे और अबीर के फूल चढ़ाएं।
सुहागिन महिलाओं के दे ये चीजें
यदि पति-पत्नी का रिश्ता सही नहीं चल रहा या रिश्ते में दरार पड़ने लगी है तो बसंत पंचमी वाले दिन किसी सुहागिन महिला को सुहाग का सामान भेंट करें। इससे पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।
प्रेमी जोड़ा करे ये काम
यदि आपके रिश्ते में खट्टास आ गई है या ब्रेक अप हो गया है तो इस दिन रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों के साथ कामदेव और रति की पूजा करें। पूजा के दौरान उनसे रिश्ते में मिठास लाने के लिए सच्चे मन से प्रार्थना करें। इससे रिश्ते में चल रहा मनमुटाव खत्म होगा।
दांपत्य जीवन में आएगी मिठास
यदि पति-पत्नी के रिश्ते में किसी तरह की अनबन चल रही तो दोनों को बसंत वाले दिन स्नान के बाद पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। पीले रंग के कपड़े पहनकर मां सरस्वती को पीले रंग के फूल अर्पित करें और सुखी दांपत्य जीवन की कामना करें।