दुनिया घूमने का शौक किसे नहीं होता। हर कोई चाहता है कि वह अपनी जिंदगी में सारी जगहें घूम ले। कई लोग तो छोटी उम्र में अपना यह सपना पूरा करने के लिए स्कूल तक छोड़ देते हैं लेकिन हर कोई ऐसा नहीं कर सकता है। क्योंकि घूमने के लिए पैसे भी चाहिए होते हैं। परंतु इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसी स्टोरी वायरल हो रही है जिसको सुनकर शायद आप हैरान हो सकते हैं। सिर्फ 10 साल की उम्र में इस छोटी सी लड़की ने 50 से भी ज्यादा देश घूम लिए हैं। लेकिन यह लड़की कौन है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं.....
50 देश घूम चुकी है अदिति
इस 10 साल की लड़की का नाम अदिति त्रिपाठी है। अदिति सिर्फ 10 साल की उम्र में अपने पेरेंट्स के साथ 50 देशों में घूम चुकी हैं। हैरानी की बात यह है कि उन्होंने अपना कोई स्कूल भी नहीं मिस किया है। अदिति अपने पेरेंट्स मां अविलाशा त्रिपाठी और दीपक त्रिपाठी के साथ दक्षिण लंदन में रहती हैं। वह पूरे यूरोप, नेपाल, सिंगापुर, थाईलैंड जैसी कई जगहों की सैर कर चुकी हैं।
सबसे पहले की जर्मनी की सैर
अदिति ने अपनी ट्रेवलिंग में सबसे पहले जर्मनी की सैर की थी। इसके बाद उन्होंने पूरा यूरोप घूमा। यूरोप के बाद वह फ्रांस, इटली और ऑस्ट्रिया और यूरोप के सार देश घूम चुकी हैं। हर जगह वह अपने पेरेंट्स के साथ 3-4 दिन घूमते थे और चक्कर लगाकर चली आती थी। इसके अलावा वह सारी ऐतिहासिक जगहें भी दिख चुकी हैं।
पापा की लाडली है अदिति
अदिति के पापा ने बताया कि उनके लिए अदिति का टूर इतना जरुरी है कि वह अपने बाकी खर्चों में कटौती कर लेते हैं। बाहर का खाना नहीं खाते हैं। इसके अलावा उन्होंने अभी तक कार भी खरीदी है। आने जाने का खर्च बचाने के लिए वह वर्क फ्रॉम हॉम करते हैं। अदिति ने इतनी सी कम उम्र के बाद भी यूरोप का लगभग हर देश देख लिया है। इसके अलावा वह थाईलैंड, इंडोनेशिया और सिंगापूर भी घूम चुकी हैं। इतने सारे देश घूमने के बाद भी अदिति को कोई देश पसंद नहीं आया है और उनका कोई फेवरेट प्लेस भी नहीं बन पाया है।
हर साल होता है इतना खर्च
अदिति के पापा ने बताया कि वह हर साल अपनी वेकेशन्स स्पेंड करने के लिए तकरीबन 21 लाख रुपये खर्च करते हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि ट्रैवलिंग करके अदिति को अलग-अलग कल्चर के बारे में पता चला है। लेकिन वह नेपाल, भारत और थाईलैंड का कल्चर देखकर खुश हो जाती हैं। उसको यहां पर अपनापन महसूस होता है। ट्रैवलिंग से अदिति के काफी दोस्त बने हैं और वह इंडिपेंडेटंट बन गई हैं। उन्होंने अपनी बेटी को ट्रेवलिंग की आदत तब डाली थी जब वह सिर्फ 3 साल की थी। उस दौरान वह हर हफ्ते के 2.5 दिन क्रच में रहती थी। ऐसे में शुक्रवार को अदिति के पेरेंट्स उन्हें स्कूल से ले आते थे और रविवार को देर रात वापस फ्लाइट से वापिस आ जाते थे।