नवजात बच्चों की त्वचा बहुत ही कोमल होती है। कई बार उनके शरीर में छोटे- छोटे लाल रंग के निशान भी बने होते हैं। पैरेंट्स ऐसे निशानों को ये सोचकर अनदेखा करते हैं कि गर्मी के चलते रैशेज हो गए हैं। वैसे कुछ मामलों में ये आम निशान हो भी सकते हैं, लेकिन ये सैल्मन पैच भी हो सकते हैं। अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो ये बच्चे की ग्रोथ तक को प्रभावित कर सकते हैं। आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से कि आखिर क्या होते हैं सैल्मन पैच?
क्या है सैल्मन पैच?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सैल्मन पैच एक तरह का गुलाबी, लाल या बैंगनी रंग के ब्लड वेसल्स का ग्रुप है। ये ज्यादातर शिशु के गर्दन, सिर के पीछे, भौंहों के बीच, पलकों के ऊपर या फिर कई बार मुंह के आसपास भी पाए जाते हैं। वैसे तो ये निशान 2 साल के अंदर खुद ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो ये एक संकेत है कि मामला सीरियस है और डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
सैल्मन पैच के लक्षण
सैल्मन पैच शिशु के जन्म से लेकर 1 महीने बाद तक हो सकते हैं...
- सैल्मन पैच होने पर अपर लिप्स, माथे और गर्दन के पीछे के हिस्से में लाल या गुलाबी निशान देखने को मिलते हैं।
- अगर शिशु के रोते समय ये निशान हल्के लाल या फिर बैंगनी हो जाते हैं तो ये सैल्मन पैच हो सकता है।
- शिशु के उंगली दबाने पर अगर ये रंग बदलने लगता है तो भी ये उसी ओर इशारा करता है।
ऐसे हो सकता है सैल्मन पैच का इलाज
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूं तो सैल्मन पैच 18 महीने या 2 साल के अंदर खुद ही शरीर से चले जाते हैं। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर जरूरत होगी डॉक्टर्स से सलाह लेने की। डॉक्टर्स पलस्ड डाई लेजर थेरेपी का इस्तेमाल करके इन निशानों को हटाते हैं। इसके बाद शिशु की त्वचा साफ हो जाती है और निशान गायब हो जाते हैं।