02 NOVSATURDAY2024 8:53:57 PM
Nari

REAL HEROES: कोरोना काल की असली वाॅरियर्स... इन्‍हें सलाम तो बनता है

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 07 Mar, 2021 01:58 PM
REAL HEROES: कोरोना काल की असली वाॅरियर्स... इन्‍हें सलाम तो बनता है

संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इस बार अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम कोरोना महामारी में योगदान देने वाली महिलाओं को समर्पित की है। इस बार का थीम “Women in leadership: Achieving an equal future in a COVID-19 world” यानि कोविड-19 की दुनिया में एक समान भविष्य की प्राप्ति है। गृहिणी, सामाजिक कार्यकर्त्ता, बिजनेसवुमन के रूप में महिलाओं ने कोरोना महामारी के मुश्किल समय में अलग-अलग तरीकों से अपनी भागीदारी निभाई। चलिए इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके हम आपको कोरोना काल में अतुल्य योगदान देने वाली ऐसी ही कुछ महिलाओं से मिलवाते हैं...

डॉ. अंकिता अग्रवाल

दंत चिकित्सक डॉ. अंकिता अग्रवाल मातृत्व अवकाश पर थीं लेकिन जब उन्हें कोरोना मरीजों की कठिनाइयों की जानकारी मिली तो वह अपना फर्ज निभाने पहुंच गई। उन्होंने आठ माह के अपने बच्चे को अपनी मां के पास छोड़ा और ड्यूटी पर लौट आईं।

PunjabKesari

डॉक्टर झांसी

आंध्रप्रदेश की डॉक्टर झांसी ने आठ महीने की प्रेगनेंसी में भी अपनी परवाह ना करते हुए अपना फर्ज निभाया। वह रोजाना पैदल 30 कि.मी. का फासला तय कर मरीजों की देखभाल करने पहुंचती है। देवूपल्ली और आसपास के गांवों में कोई निजी क्लीनिक नहीं है इसलिए उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पीएचसी आकर लोगों को सेवाएं प्रदान की।

PunjabKesari

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रेलू वासवे

मुंबई की रेलू वासवे लाख परेशानियों के बाद भी लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हटी। 27 साल की रेलू वासवे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं और खुद दो बच्चों की मां है। कोरोना काल के दौरान उन्होंने खुद 18 कि.मी. नाव चलाकरआदिवासी बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक जरूरी सेवाएं पहुंचाई। उन्होंने लगातार 6 महीने नर्मदा नदी पार करके गरीब लोगों तक भोजन जैसी जरूरी चीजें पहुंचाई। यहां तक की नर्मदा नदी में बाढ़ आने के बाद भी उन्होंने अपनी ड्यूटी नहीं छोड़ी।

PunjabKesari

निधि परमार हीरनंदानी

फिल्ममेकर और प्रोड्यूसर निधि परमार हीरनंदानी ने लॉकडाउन में 42 लीटर ब्रेस्ट मिल्क डोनेट किया। जिससे बहुत से बच्चों की जहां भूख मिट वहीं उन्हें एक नया जीवन भी मिला। बता दें निधि इसी साल एक बेटे की मां बनी है। निधि का कहना था कि बेटे के जन्म के बाद उनका बहुत सारा ब्रेस्ट मिल्क वेस्ट जा रहा था। वह अपने इस दूध का किसी भी तरीके से इस्तेमाल करना चाहती थी। इसके बाद उन्होंने ठाना कि वह ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करेंगी। 

PunjabKesari

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर 

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कोरोना संकट में खुद नर्स बनकर मोर्चा संभाला। मुंबई के बीआईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल एंड टीएन मेडिकल कॉलेज में किशोरी पेडनेकर ने नर्स बनकर अपनी सेवा दी। बता दें किशोरी पेडनेकर राजनीति में आने से पहले 16 साल तक नर्स का काम कर चुकी हैं। 

PunjabKesari

महिला कैब ड्राइवर विद्या

विद्या ने अपने परिवार से दूर लोगों को उनके घर पहुंचाने का जिम्मा अपने सिर ले लिया। लॉकडाउन के चलते विद्या को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा लेकिन बावजूद इसके विद्या ने अपना हौंसला नहीं छोड़ा और लोगों की मदद करने का फैसला किया। नौकरी न होते हुए भी विद्या खुद की कैब से मुसीबत में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने का काम करती रहीं। इस काम के लिए उन्हें किसी भी तरह कोई आर्थिक मदद भी नहीं मिली।

PunjabKesari

IPS सरोज कुमारी

राजस्थान की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी को हाल ही में "कोविड-19 महिला योद्धा अवार्ड" से सम्मानित किया गया। गुजरात कैडर की IPS सरोज ने कोरोना महामारी के दौरान पुलिस रसोई, वरिष्ठ निर्भयम और पुलिस परिवार की बहनों को जनसेवा के जरिए रोजगार मुहैया करवाया। सरोज ने वुमन सेल की 8 महिला पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर 'पुलिस रसोई' शुरू की, जिसके जरिए जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचाया गया। उन्होंने मुश्किल वक्त में बिना थके, बिना डरे अपनी ड्यूटी के साथ-साथ जनसेवा भी की, जिसके लिए उन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

PunjabKesari

SI गरिमा सूर्या

हिमाचल प्रदेश पुलिस की सब इंस्पेक्टर SI गरिमा सूर्या को 'महिला कोविड योद्धा' रियल हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया है। फ्रंट लाइन कोरोना योद्धा के रूप में वह 4 महीने लगातार बिना किसी छुट्टी के ड्यूटी करती रहीं। वह दिन रात यानि 24 घंटे बजौरा नाके पर कोरोना योद्धा के रूप में अपनी ड्यूटी पर डटी रहीं, जिसको देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा।

PunjabKesari

समाज सेविका पूनम सहगल और ज्योति सहगल

रेनबो क्लब की अध्यक्ष पूनम सहगल और महासचिव ज्योति सहगल को अभिन्न योगादान के लिए "कोरोना योद्धा प्रशस्ति पत्र" से सम्मानित किया गया है। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने ना सिर्फ जरूरतमंदों की सेवा की बच्चों और महिलाओ को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए फ्री आनलाइन वर्कशाप भी लगाईं। इसके अलावा उन्होंने जरूरतमंदों तक हैंड सैनिटाइजर, मास्क , खाना, सूखा राशन जैसे सहारनीय कार्य किए। इसलिए उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया है।

PunjabKesari

IAS सौम्या पांडेय

IAS सौम्या पांडेय गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील की एसडीएम पद तैनात है। लॉकडाउन के दौरान वह मैटरनिटी लीव पर थी लेकिन संकट देख वह अपनी 22 दिन की दुधमुंही बच्ची के साथ देश के लिए फर्ज निभाने पहुंच गई थी। वह बच्ची को घर अकेला नहीं छोड़ सकती थी इसलिए उसे भी अपने साथ ही ले आईं। मां और अफसर दोनों का फर्ज एकसाथ निभा देख लोगों ने उनकी खूब तारीफ की थी।

PunjabKesari

Related News