आज यानि 21 मई 1994 को बाॅलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन के सिर पर मिस यूनिवर्स का ताज सजा था। सुष्मिता की समझदारी और उनरे हाजिर जवाब ने उन्हें जीत दिलाई। आज उन्हें किसी पहचान की जरूरत नहीं है लेकिन एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुष्मिता के लिए मिस यूनिवर्स का खिताब जीतना आसान नहीं था। उनके पास तो गाउन खरीदने के भी पैसे नहीं थे। चलिए आज आपको इस आर्टिकल में उनके इस सफर से जुड़ी कुछ बातें बताते हैं...
सुष्मिता ने जब मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया तब वह 18 साल की थी। एक्ट्रेस ने इसी साल में फेमिना मिस इंडिया कॉन्टेस्ट का खिताब भी अपने नाम किया था। मिस इंडिया प्रतियोगिता में सुष्मिता ने ऐश्वर्या राय को हराया था। एक्ट्रेस ने फारुख शेख के शो 'जीना इसी का नाम है' में इस प्रतियोगिता का किस्सा बताते हुए कहा था कि उन्होंने दिल्ली के सरोजनी नगर सेअपनी ड्रेस सिलवाई थी क्योंकि उनके पास गाउन खरीदने के पैसे नहीं थे।
एक्ट्रेस ने कहा था, 'हमारे पास इतने पैसे नहीं थे कि डिजाइनर कपड़े खरीद सकते। प्रतियोगिता के लिए 4 कॉस्ट्यूम चाहिए थे। मां ने कहा - तो क्या हुआ? वो तुम्हारे कपड़ों को नहीं तुम्हें देखेंगे। फिर हम सरोजनी नगर मार्केट गए। हमारे वहां नीचे गैराज में एक लोकल टेलर बैठता था, जो पेटीकोट बनाता था। उसे हमने ड्रेस सिलने को दी थी।' सुष्मिता ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में जो गाउन पहना था वो उसी मार्कीट से सिलवाया गया था।
जुराबों को काटकर बने गलव्स
जहां एक तरफ सुष्मिता ने लोकल टेलर से गाउन सिलवाया था। वहीं उनकी मां ने बचे हुए कपड़े से गुलाब और जुराबों को काटकर गलव्स बनाए थे। इस तरह सुष्मिता की मिस इंडिया विनिंग ड्रेस बनाई गई थी।
मिस इंडिया के बाद सुष्मिता ने मिस यूनिवर्स का टाइटल अपने नाम किया। जिसके बाद उन्होंने बाॅलीवुड में कदम रखा। हालांकि इसमें वह असफल रही। वहीं इन दिनों सुष्मिता मॉडल रोहमन शॉल संग रिलेशनशिप को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है।