नारी डेस्क: बड़ो के साथ-साथ आज कल बच्चों में भी कैल्शियम की कमी हो रही है, ऐसे में ये उनकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। कैल्शियम की कमी होने पर कई तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जैसे हड्डियों में दर्द या दांतों की समस्याएँ आदि बहुत कुछ। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों का पता होना जरुरी है, जिससे इलाज सम्भव हो सके।
इसकी कमी को दूर करने के लिए आपको बच्चों की डाइट में कुछ खास खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए। इन खाद्य पदार्थों से कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है और बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
कैल्शियम की कमी के लक्षण:
1. हड्डियों में दर्द या कमजोरी: बच्चों की हड्डियाँ आसानी से टूट सकती हैं और उनमें दर्द हो सकता है।
2. दांतों की समस्याएँ: दांतों में कैविटी, तड़का या दांतों का जल्दी गिरना।
3. मांसपेशियों में ऐंठन: मांसपेशियों में अकड़न या ऐंठन होना।
4. कमजोर नाखून: नाखून पतले और कमजोर हो सकते हैं।
5. अस्वस्थ त्वचा: त्वचा की समस्याएँ जैसे सूखापन या खुजली।
6. अस्वस्थ विकास: कैल्शियम की कमी से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो सकता है।
7. आलस्य या थकावट: बच्चों में अचानक थकावट या आलस्य महसूस होना।
बच्चों के लिए बेस्ट डाइट:
1. दूध और डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर, और योगर्ट कैल्शियम के प्रमुख स्रोत हैं।
2. हरी पत्तेदार सब्जियाँ: पालक, मैथी, और सरसों की पत्तियाँ कैल्शियम से भरपूर होती हैं।
3. मछली और समुद्री भोजन: सैल्मन, सारडिन्स जैसे मछलियाँ कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।
4. मेवों और बीन्स: बादाम, अखरोट, और सोयाबीन जैसे बीन्स भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं।
5. अमला और संतरे:इन फलों में विटामिन C और कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के विकास में मदद करता है।
6.सूखे मेवे: खजूर, किशमिश, और अंजीर में भी कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है।
7. कैल्शियम युक्त अनाज: कैल्शियम से युक्त अनाज जैसे कैल्शियम-फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करें।
नोट: बच्चों के कैल्शियम की सही मात्रा उनकी उम्र, वजन, और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों पर निर्भर करती है। इसलिए, अपने बच्चे की डाइट को संतुलित और कैल्शियम युक्त बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अगर आपको कैल्शियम की कमी के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।