कपूर परिवार के ज्यादातर सदस्यों ने एक्टिंग में नाम कमाया है। लीजेंड एक्टर शम्मी कपूर ने भी कई दर्शकों तक अपनी एक्टिंग से लोगों का मनोरंजन किया। एक्टर शम्मी कपूर इंडस्ट्री में बदलाव लेकर आए थे। उन्होंने एक ही तरह के किरदारों को निभाने की बजाय हमेशा नए प्रयोग किए। मुंबई में जन्मे शम्मी कपूर फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह शुरू से ही एक्टर बनने का ख्याब देखा करते थे। साल 1948 में शम्मी कपूर ने सिनेमा की दुनिया में एक जूनियर आर्टिस्ट के रूप में कदम रखा। उस वक्त उन्हें महीने की 50 रुपए सैलरी मिलती थी और अगले 4 साल तक शम्मी कपूर अपने पिता के पृथ्वी थिएटर के पास ही रहे।
कई हीरोइनों को बनाया स्टार
साल 1953 में रिलीज फिल्म जीवन 'ज्योति' से बतौर अभिनेता शम्मी कपूर ने बॉलीवुड में एंट्री की। शम्मी कपूर ने कई हीरोइनों को स्टार बनाया। अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी शम्मी कपूर चर्चा में रहें। शम्मी कपूर एक्ट्रेस मुमताज से प्यार करते थे। वह उनसे शादी भी करना चाहते थे लेकिन मुमताज इसके लिए तैयार नहीं थी। दरअसल, शम्मी कपूर चाहते थे कि मुमताज शादी के बाद फिल्मों में काम ना करें और फिल्म दुनिया से किनारा कर लें।
एक इंटरव्यू में मुमताज ने शम्मी कपूर के बारे में बात की थी और बताया था, 'मैं 18 साल की थी और उनसे प्यार करती थी जब हम फिल्म ब्रह्माचारी (1968) में साथ काम कर रहे थे। वो चाहते थे कि मैं अपना करियर छोड़ दूं लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहती थी। फिल्म बूंद जो बन गए मोती (1967) के समय मैंने अपनी मां को खो दिया था।' यहां बता दें कि मुमताज उम्र में शम्मी कपूर से करीब 16 साल छोटी थीं।
गीता बाली से की थी शादी
शम्मी कपूर ने पहली शादी गीता बाली से की थी। दोनों की लवस्टोरी काफी दिलचस्प है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म रंगीन रातें की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी थी। उसी दौरान शम्मी कपूर ने गीता को प्रपोज किया लेकिन गीता ने मना कर दिया। बाद में दोनों ने शादी की लेकिन इस रिश्ते से उनके घरवाले खुश नहीं थे। शम्मी और गीता ने मंदिर में शादी की थी। सिंदूर ना होने की वजह से शम्मी ने लिपस्टिक से गीता की मांग भरी थी।
बीमारी की वजह से हुई गीता की मौत
शम्मी और गीता के दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हुए। शादी के 10 साल बाद ही गीता बाली को चेचक की बीमारी हो गई। बीमारी के चलते 1965 में गीता की मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद शम्मी कपूर पूरी तरह से टूट गए। गम में डूबे शम्मी कपूर का वजन भी काफी बढ़ गया। इसका असर उनके फिल्मी करियर पर भी पड़ा।
गीता बाली की मौत के करीब 4 साल बाद शम्मी कपूर ने अपनी बचपन की दोस्त नीला देवी से दूसरी शादी की थी। शम्मी ने खुद नीला को प्रपोज किया था लेकिन साथ में एक शर्त भी रखी। उन्होंने नीला को कहा कि वह कभी मां नहीं बनेंगी और गीता के बच्चों को ही अपने बच्चे की तरह पालेंगी। नीला ने भी यह शर्त मान ली ।14 अगस्त 2011 को शम्मी कपूर इस दुनिया को अलविदा कह गए