कोरोना की मार झेल रही दुनिया के लिए एक बेहद अच्छी खबर हैं। नाराज हुई प्रकृति अब खुद ब खुद मानने लगी है। अच्छी खबर ये है कि वैज्ञानिकों ने ये दावा किया है कि ओजोन परत में जो होल यानि छेद बना था वो ठीक हो गया है। असामान्य वायुमंडल की स्थिति के कारण आर्कटिक के ऊपर ओजोन परत में जो होल था वो बंद हो गया है।
वहीं ओजोन की ये परत सूरज से आने वाली खतरनाक पराबैंगनी किरणों से हमारा बचाव करती हैं। यूरोपीय सेंटर की ओर से लागू किए गए कॉपरनिकस एटमॉसफेयर मॉनिटरिंग सर्विस (सीएएमएस) और कॉपरनिकस चेंज सर्विस (सी3एस) ने अब पुष्टि की है कि उत्तरी ध्रुव पर बना यह छेद अपने आप ठीक हो गया है। एजेंसी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
इस छेद का पता वैज्ञानिकों को मार्च महीने में लगा था ये छेद निम्न स्तर के कारण हुआ था। इस पर वैज्ञानिकों ने ये भी साफ किया कि ये लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण कम होने के कारण नही है बल्कि ये पोलर वोर्टेक्स की वजह से है। इस साल का पोलर वर्टेक्स काफी शक्तिशाली था और इसके अंदर तापमान भी बहुत ठंडा था लेकिन हाल के दिनों में पोलर वोर्टेक्स कमजोर पड़ चुका है। नॉर्थ पोल में ओजोन परत में 2011 में पहली बार छेद देखा गया था जो कि बहुत छोटा था।