पाकिस्तान की जेल में 2013 में जान गंवाने वाले भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर की दर्दनाक मौत हो गई। सरबजीत सिंह और सुखप्रीत कौर की शादी 1984 में हुई थी। शादी के 6 साल तक दोनों साथ रहे और फिर वह सरबजीत ऐसे घर से निकले की कभी लौटकर ही नहीं आए। सुखप्रीत कौर सालों तक अपने पति का इंतजार करती रही।
पुलिस के मुताबिक सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर एक दोपहिया वाहन पर पीछे बैठकर जा रही थीं तभी फतेहपुर के पास दुर्घटनावश वह वाहन से गिर पड़ीं। घायल अवस्था में उन्हें एक अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। सुखप्रीत कौर का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक स्थान तरनतारन के भिखीविंड में होगा। उनकी दो बेटियां पूनम और स्वप्नदीप कौर हैं।
इससे पहले जून में सीने में दर्द की शिकायत के बाद सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का निधन हो गया था। दलबीर कौर ने अपने भाई सरबजीत सिंह को पाकिस्तानी जेल से छुड़ाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। सरबजीत सिंह (49) की अप्रैल 2013 में लाहौर जेल के कैदियों द्वारा किए गए एक हमले के बाद मौत हो गई थी।
उन्हें एक पाकिस्तानी अदालत द्वारा आतंकवादी और जासूसी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल होने का दोषी ठहराया गया था और 1991 में मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, पाकिस्तानी सरकार ने 2008 में उनकी फांसी पर अनिश्चित काल के लिए रोक लगा दी थी। सरबजीत को जब पाकिस्तानी सेना के द्वारा गिरफ्तार किया गया था उस समय उनकी बड़ी बेटी स्वप्नदीप 3 साल की औऱ छोटी बेटी पूनमदीप सिंह केवल 23 दिन की थी।