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पापा गलती हो गई…जब 1993 ब्लास्ट केस में संजय दत्त ने पिता के सामने किया था कबूल

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 11 Dec, 2025 04:26 PM
पापा गलती हो गई…जब 1993 ब्लास्ट केस में संजय दत्त ने पिता के सामने किया था कबूल

 नारी डेस्क: 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट केस में संजय दत्त की गिरफ्तारी बॉलीवुड और पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका थी। पर उससे भी बड़ा और दर्दनाक दृश्य वह था, जिसे कभी किसी पिता को नहीं देखना चाहिए। इस पल को हाल ही में पूर्व आईपीएस अधिकारी राकेश मारिया ने याद किया वह क्षण जब संजय दत्त ने पहली बार अपने पिता सुनील दत्त के सामने अपनी गलती स्वीकार की थी।

कैसे पुलिस की जांच संजय दत्त तक पहुंची

जांच के दौरान पुलिस को हनीफ कडावाला और समीर हिंगोरा के नाम मिले। राकेश मारिया के मुताबिक, पूछताछ में दोनों ने इशारा किया कि इस मामले में “बड़े लोग” जुड़े हैं और एक ही नाम बार-बार सामने आया“संजू बाबा”। इसके बाद पुलिस सीधे संजय दत्त तक पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। संजय दत्त की गिरफ्तारी के बाद का वह तनावभरा पल मारिया ने बताया कि संजय दत्त को एक कमरे में रखा गया था। उनके पास न फोन था, न सिगरेट, और दो कॉन्स्टेबल लगातार निगरानी में थे।

सुबह 8 बजे मारिया उनसे मिलने पहुंचे और कहा

“तुम अपनी कहानी बताओगे या मैं तुम्हें बताऊं कि तुम्हारी क्या भूमिका रही?” पहले तो संजय ने खुद को निर्दोष बताया। माहौल इतना भारी था कि मारिया ने बताया “मैं अपना धैर्य खो बैठा। उसके उस समय लंबे बाल थे… मैंने थप्पड़ मारा और उसके बाल पकड़कर उठाया।” इसके बाद संजय दत्त ने अकेले में बात करने की इच्छा जताई और यहीं पहली बार उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया। उन्होंने कहा “मुझसे गलती हो गई… बस प्लीज़ यह बात मेरे पापा को मत बताना।”

शाम को पहुंचे सुनील दत्त और बड़े फिल्ममेकर

उसी शाम सुनील दत्त मुंबई क्राइम ब्रांच पहुंचे। उनके साथ राजेंद्र कुमार, महेश भट्ट, यश जौहर और नेता बलदेव खोसा भी थे। सभी का एक ही कहना था कि संजय ऐसा कुछ कर ही नहीं सकता। लेकिन असली झटका उस वक्त लगा जब बाप-बेटा आमने-सामने आए। वह पल जिसे राकेश मारिया कभी नहीं भूल पाए। मारिया के अनुसार, जैसे ही संजय दत्त कमरे में लाए गए और उन्होंने अपने पिता को देखा, वे खुद को रोक नहीं पाए।

उन्होंने जोर से रोते हुए सुनील दत्त के पैरों पर गिरकर कहा

“पापा, गलती हो गई मेरे से…” मारिया कहते हैं “मैं कभी किसी पिता के साथ ऐसा दृश्य नहीं देखना चाहता। सुनील दत्त का चेहरा सफेद पड़ गया था।” यह पल उनकी यादों में हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

संजय दत्त ने अपनी सज़ा पूरी की

संजय दत्त को इस मामले में दोषी माना गया था, हालांकि आतंकवाद के आरोपों से उन्हें बरी कर दिया गया। उन्होंने अपनी सज़ा 2016 में पूरी की और जेल से बाहर आए।  

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