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अपने ही पिता से बेइंतहा नफरत करती थी रेखा, अंतिम संस्कार पर भी नहीं पहुंची, जानिए क्यों?

  • Edited By Sunita Rajput,
  • Updated: 05 Feb, 2021 06:30 PM
अपने ही पिता से बेइंतहा नफरत करती थी रेखा, अंतिम संस्कार पर भी नहीं पहुंची, जानिए क्यों?

बॉलीवुड की एवरग्रीन ब्यूटी रेखा की लाइफ हमेशा से विवादों में रही। जितनी बदकिस्मत रेखा की लव लाइफ रही उतना ही बुरा उनका बचपन।दरअसल, रेखा के पिता जेमिनी गणेशन साउथ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर थे जबकि उनकी मां पुष्पावली भी एक बेहतरीन एक्ट्रेस थी। मगर रेखा के कभी अपने पिता के साथ रिलेशन ठीक नहीं रहे। ताउम्र वो अपने पिता से नफरत करती रही...यहां तक कि उनके अंतिम संस्कार में भी नहीं पहुंची थी। पिता के प्रति रेखा की इस बेरूखी का जिक्र रेखा की बायोग्राफी में किया गया था जिसमें रेखा और उनके पिता के रिश्ते की सच्चाई बताई गई थी... 

पिता का सरनेम नहीं जोड़ती रेखा 

रेखा कभी भी अपने पिता रामास्वामी गणेशन का सरनेम अपने नाम के पीछे नहीं जोड़ती थी। रेखा के पिता को साउथ इंडस्ट्री में 'जेमिनी गणेशन' के नाम से जाना जाता था। उन्हें 'किंग ऑफ रोमांस' भी कहा जाता था। रेखा की मां बिन ब्याही मां बन गई थीं। वैसे तो जेमिनी गणेशन ने चार शादियां की थीं लेकिन रेखा की मां को कभी पत्नी का दर्जा नहीं दिया और ना ही कभी रेखा को अपना नाम। हालांकि, उस वक्त जेमिनी का करियर टॉप पर था लेकिन पुष्पावली का किरयर मां बनने के बाद थम सा गया।

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पिता से नफरत करती हैं रेखा

पारिवारिक स्थिति ठीक ना होने के कारण रेखा ने कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। रेखा ने पढाई छोड़ महज 13 की उम्र में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। हालांकि रेखा ने एक इंटरव्यू में बताया था की वे कभी फिल्मों में नहीं आना चाहती थी मगर घर चलाने के लिए मां ने रेखा की पढ़ाई छुड़वा दी। शुरूआती दिनों में रेखा ने तेलुगु की बी और सी ग्रेड फिल्में की। रेखा को फिल्मों में काम दिलवाने के लिए उनकी मां ने काफी मेहनत की लेकिन अगर जेमिनी गणेशन चाहते तो इंडस्ट्री में रेखा को आसानी से काम दिलवा सकते थे मगर उन्होंने कभी बेटी की मदद नहीं की। शायद इसी वजह से रेखा अपने पिता से नफरत करने लगी थीं।

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पिता के अंतिम संस्कार पर भी नहीं गई थी रेखा 

हालांकि, रेखा के दिल के एक कोने में पिता के लिए एक सॉफ्ट कोर्न भी था जिसे एक दिन ना चाहते हुए भी रेखा नहीं छिपा पाई। दरअसल, 1994 में फिल्म फेयर अवॉर्ड के दौरान जेमिनी गणेशन को लाइफटाइम अवॉर्ड दिया जा रहा था। जिसे रेखा ने अपने हाथों से उन्हें दिया। पिता को देखकर रेखा अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं कर पाई। रोते हुए पिता को पैर छुए। रेखा का सालों का दर्द आंसुओं के रूप में बह गया। मगर इसके बाद भी पिता को लेकर रेखा की नफरत इतनी थी कि वो पिता के अंतिम संस्कार पर भी नहीं पहुंची थी।

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