गर्मी के मौसम में महिलाओं को सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो जाती है जिसमें यूटीआई इंफेक्शन भी शामिल है। यूटीआई यानि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफैक्शन जो कि यूरिन के जरिए प्राइवेट पार्ट व बाकी अंगों तक फैलती हैं। इंफेक्शन से पेट में दर्द, टॉयलेट में जलन आदि होने लगती हैं। यदि समय पर इस समस्या का इलाज न करवाया जाए तो यह इंफेक्शन ब्लेडर के जरिए किडनी में फैल सकता है तो चलिए जानते हैं यूटीआई इंफेक्शन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
क्यों होती है यूटीआई इंफेक्शन
यूटीआई इंफेक्शन जब होती हैं जब मूत्राशय नली में बैक्टीरिया फैलने लगते हैं। ई-कोलाई नाम के बैक्टिरीया का संक्रमण इसका मुख्य कारण होता है। इस इंफेक्शन के होने के मुख्य कारण लंबे समय तक पेशाब रोक कर रखना, गर्भावस्था, शुगर मरीज या इंटरकोर्स के बाद प्राइवेट पार्ट की सफाई नहीं रखतें वहीं जो लोग पानी कम पीते हैं उन्हें भी यह समस्या हो सकती हैं।
यूटीआई के लक्षण
.पेशाब करते समय जलन होना
. बार-बार यूरिन लगना
. पेट के निचल हिस्से में दर्द रहना
. हल्का बुखार रहना।
. यूरिन से गंदी बदबू आना
. पीठ के निचले हिस्से में दर्द रहना
. ठंड लगना या उल्टी आना
क्या है इलाज
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यूटीआई की समस्या में आप एंटीबायोटिक दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा भरपूर पानी और लिक्विड चीजों का सेवन करें। इससे आपके ब्लैडर में मौजूद बैक्टीरिया बाहर निकल जाएगा।
यूटीआई से कैसे करें बचाव
. ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें।
. प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
. हाइजीन या खुशबूदार स्प्रे का इस्तेमाल न करें।
. नहाने के लिए बाथटब ना यूज करें।
. कॉटन के अंडरवियर पहनें।
. बुजुर्ग और डायबिटीज रोगियों को यदि यूटीआई की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।