ट्विटर पर #AwardForRamayan की गुहार यूं छाई है कि पूरा देश बस रामायण के 'राम' को अवार्ड दिलाकर ही रहेगा। अभी तक यह हैशटैग 11.1 K लोग यूज कर चुके है। दरअसल, रामायण के राम यानी अरुण गोविल ने ट्ववीट कर अपना दर्द बयां किया था। उन्हें आजतक रामायण के लिए सरकार द्वारा सम्मान नहीं मिला है।
उन्होंने कहा था 'चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया और यहां तक कि मैं 50 साल से मुंबई में हूं, लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया'।
अब यह बात सुनकर उनके चाहने वालों ने तो अपील ही कर डाली। एक आर्टिस्ट को उसका क्रेडिट मिलना बेहद जरुरी है। क्योंकि चाहे उसे पैसा मिले या न मिलें, उपाधि मिले या न मिलें मगर क्रेडिट मिलना बहुत जरुरी है। अरुण गोविल ने राम का किरदार सिर्फ निभाया नहीं था बल्कि उन्होंने सबके दिल में अपनी एक जगह बनाई है। कम से कम उसे नजर में रखते हुए उनके फैंस सरकार से ये अपील कर सकते है कि उन्हें सम्मान जरूर मिलना चाहिए। शायद अब रामायण के राम को अवार्ड मिलकर ही रहेगा।#AwardForRamayanके ट्वीट के कुछ ट्वीट्स पर आप भी नजर डालिए।