राहु और केतु यह दो ऐसे ग्रह हैं जिसकी कुंडली में इनका प्रभाव होता है। उस व्यक्ति का जीवन परेशानियों और दुखों से भरा रहता है। यह दोनों ग्रह व्यक्ति के जीवन में एक से बाद एक समस्याएं लेकर आते हैं। यह दोनों ग्रह बहुत ही अशुभ माने गए हैं। ज्योतिष शास्त्र में इन दो ग्रहों से मुक्ति दिलवाने के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, राहु और केतु को छाया ग्रह की संज्ञा दी गई है। यदि आपकी कुंडली में भी इन दोनों ग्रहों का प्रकोप है तो आप भी यह कुछ उपाय अजमा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
क्या होते हैं राहु और केतु ग्रह?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन दोनों ग्रहों का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता। राहु-केतु जिस भी ग्रह के साथ में रहते हैं, उसी ग्रह के मुताबिक अपना रंग दिखाने लग जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार, लग्न कुंडली में ऐसे कई मौके होते हैं, जब इन दोनों ग्रहों का प्रभाव कुंडली में शुभ होता है।
राहु दोष होने पर दिखते हैं ये संकेत
राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति अनिद्रा, उदर रोग, हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं। इसके अलावा हड्डी और चर्म रोग भी व्यक्ति को हो सकते हैं। राहु के कारण कई व्यक्ति आलसी भी हो जाते हैं। यदि आप राहु के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी बुरी आदतों को जल्द ही बदल लें।
केतु दोष होने पर दिखते हैं ये संकेत
केतु दोष के कारण भी व्यक्ति को चर्म रोग हो सकता है। इस दोष के कारण व्यक्ति को कान संबंधी बीमारी भी हो सकती है। व्यक्ति की सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है। इसके अलावा कान, रीढ़ की हड्डी, घुटने, लिंग, जोड़ों आदि में भी समस्या हो सकती है।
इन उपायों से दूर करें राहु केतु दोष
दुर्गा पूजा
राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। यदि आप इन दो ग्रहों के प्रभाव से परेशान हैं तो दुर्गा पूजा से इन दो ग्रहों से छुटकारा पाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मां दुर्गा को छाया रुपेण भी कहते हैं। आप मां दुर्गा की पूजा करके इन दोनों ग्रहों के प्रकोप से राहत पा सकते हैं।
मंत्र जाप करें
इसके अलावा आप नाग पर नृत्य करते हुए श्रीकृष्ण की एक तस्वीर को अपने सामने रखिए। तस्वीर को सामने रखकर रोज 108 बार ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। इससे भी इन दोनों ग्रहों का प्रभाव शांत होगा।
सामग्री करें दान
राहु और केतु का प्रतीक माने जाने वाली सामग्री यदि आप किसी को दान करते हैं तो भी इससे दोनों के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।
बीज मंत्र का करें जाप
राहु और केतु के बीज मंत्रों का जाप करके भी आप इनके बुरे प्रभावों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा शिव सहस्रनाम और हनुमत सहस्त्रनाम का नियमित पाठ करने से आप राहु और केतु का प्रभाव शांत कर सकते हैं।
कपिला गौ दान
कपिला गौ दान करके आप केतु के प्रभाव को दूर कर सकते हैं। किसी भी गरीब व्यक्ति की कन्या का विवाह करके या फिर उसका कन्या दान करके आप राहु के प्रभाव से मुक्ति पा सकते हैं।
इस रंग के कपड़े पहनकर
यदि आपकी कुंडली में राहु दोष है तो हल्के नीले वस्त्र पहनें। यदि केतु दोष है तो हल्के गुलाबी रंग के कपड़े पहनें और दान करें। इससे भी इन दोनों ग्रहों का प्रभाव खत्म होगा ।
रुद्राक्ष की माला से दूर करें दोष
राहु और केतु के दोष को दूर करने के लिए आप रोज ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इसके अलावा भगवान नरसिंह या भैरव की पूजा और दर्शन करने से भी राहु और केतु की समस्याएं दूर हो सकती हैं।