मां दुर्गा के शारदीय नवरात्रि आज से शुरु हो रहे हैं। पुराणों के अनुसार, महालया के दिन जब पितृगण धरती से वापस चले जाते हैं तो मां दुर्गा अपने परिवार और गणों के साथ पृथ्वी पर आती हैं। नवरात्रि के प्रारंभ में मां अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं। मां का अलग-अलग वाहनों पर आना भविष्य के लिए एक अच्छा संकेत भी होता है। मां के वाहन से पता चलता है कि आने वाला साला कैसा रहेगा। तो चलिए आपको बताते हैं इस बार मां किस वाहन पर सवार होकर आ रही हैं...
हाथी पर होगा मां दुर्गा का आगमन
मां दुर्गा का आगमन इस नवरात्रि हाथी पर होने वाला है। मां का हाथी पर आगमन इस बात का संकेत देता है कि इस साल बहुत ज्यादा बारिश होने वाली है, खेती भी अच्छी रहेगा। देश में अन्न और धन का भंडार और भी ज्यादा बढ़ेगा।
इस वाहन से लौटेगी मां
शारदीय नवरात्रि आज यानी 26 सितंबर से शुरु होकर 5 अक्टूबर को खत्म होंगे। इस दिन मां धरती से अपनी गणों के साथ वापिस लौट जाती हैं। इसलिए इस दिन यदि आप कहीं यात्रा करना चाहते हैं तो पंचांग और मुहूर्त देखने की कोई जरुरत नहीं होगी। इस दिन आप किसी भी दिशा में यात्रा कर सकते हैं। 5 अक्टूबर को विजयदशमी हैं और साथ में शारदीय नवरात्रि का समापन हो रहा है। मां नवरात्रि का समापन होने के बाद हाथी से ही जाएंगी। मां का आना और जाना दोनों ही अच्छे से वर्षा होने का सूचक माना जा रहा है।
इस विषय में देवी भागवत पुराण में कुछ इस प्रकार के संस्कृत वाक्य लिखे गए हैं। पुराणों में लिखा गया है शशि सूर्य दिने यदि या विजया महिषागमने रुज शोककरा। शनि भौमदिने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला। बुधशुक्र दिने यदि सा विजया गजवाहन गा शुभ वृष्टिकरा। सुरराजगुरौ यदि सा विजया नरवाहना गा शुभ सौख्य करा।