नारी डेस्क: महिलाओं को बहुत तरह की शारीरक परेशानियां रहती हैं जिनमें से एक पीरियड साइकल के दौरान ब्लीडिंग कम और ज्यादा होना भी हो सकती हैं। इसके कारण में प्रेगनेंसी, ब्रेस्ट फीडिंग, वजन में परिवर्तन और पोषक तत्वों की कमी शामिल हो सकती हैं। अगर किसी महिला को अनियमित ब्लीडिंग की समस्या 2-3 महीने तक रहती है, तो उसे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इसके अलावा आज हम आपको बताएंगे इसके लक्षणों और पीरियड्स कम होने के कारण। ऐसे में आप सतर्क हो सकते हैं।
कारण
हार्मोनल बदलाव
हार्मोनल बदलाव लाइट पीरियड्स का मुख्य कारण हो सकता है। ये बदलाव पुराने हार्मोनल गतिविधियों, गर्भावस्था, गर्भनिरोधक दवाओं, या प्राकृतिक प्रक्रियाओं के कारण हो सकते हैं।
विभिन्न मेडिकल कॉन्डीशंस
विभिन्न मेडिकल स्थितियां जैसे पीसीओएस (PCOS), थायरॉइड समस्याएं, गर्भाशय समस्याएं, या दवाओं का उपयोग भी लाइट पीरियड्स के कारण बन सकता हैं।
निरोधक गोलियाँ
कई महिलाओं को निरोधक गोलियों का उपयोग करने से पीरियड्स में बदलाव आ सकता है, जो अक्सर लाइट पीरियड्स के रूप में दिखाई देता है।
दांत में संक्रमण
अगर दांतों में संक्रमण हो, तो यह भी पीरियड्स के लाइट होने का कारण बन सकता है।
शारीरिक स्तर पर पोषक तत्वों की कमी
अगर शारीरिक स्तर पर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो, तो भी पीरियड्स में लाइटी या अव्यावस्थित पीरियड्स हो सकते हैं।
लक्षण
कम रक्तस्राव
लाइट पीरियड्स में रक्तस्राव अधिक उच्च नहीं होता है और सामान्य से कम होता है।
कम दिनों का स्थायी अवधारण
पीरियड्स की अवधि सामान्य से कम होती है, जो आमतौर पर 2-3 दिनों से कम हो सकती है।
असामान्य रंग
कभी-कभी लाइट पीरियड्स में रक्त का रंग भी सामान्य से हल्का होता है।
असामान्य दर्द या अंतर्वस्त्रीय संकेत
यदि साथ में असामान्य दर्द या अंतर्वस्त्रीय संकेत भी हो, तो यह भी लाइट पीरियड्स के लक्षण हो सकते हैं।
डॉक्टर को करें कंसल्ट
अगर आपको मासिक धर्म के दौरान 2-3 महीने से अनियमित ब्लीडिंग की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। इसके मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि गर्भावस्था, स्तनपान, वजन में परिवर्तन, या पोषक तत्वों की कमी। चिकित्सा सलाह लेने से आपको अपनी मासिक स्वास्थ्य को समझने और उसे सुधारने में मदद मिल सकती है।