
नारी डेस्क: जो लोग पूरी सर्दी बर्फबारी का लुत्फ नहीं उठा पाए उनके लिए सुनहरा मौका है। एक बार फिर कश्मीर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। धरती का जन्नत कहे जाने वाले कश्मीर में कई जगहों पर शुक्रवार को ताजा बर्फबारी हुई। घरों और पेड़ों की छतें बर्फ के टुकड़ों से ढकी हुई हैं, जिससे लोग मंत्रमुग्ध हो गए ।
अधिकारियों ने बताया कि गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में रात भर ताजा बर्फबारी हुई। अनंतनाग, जोजिला दर्रा, बनिहाल, साधना दर्रा और कुपवाड़ा के माछिल और बांदीपोरा के राजदान दर्रे में भी बर्फबारी दर्ज की गई। श्रीनगर समेत घाटी के मैदानी इलाकों में रात भर रुक-रुक कर बारिश हुई।

वैष्णो देवी, कटरा और आसपास के इलाकों में भी बर्फबारी हुई। मौसम विभाग ने बताया कि 21-24 फरवरी तक मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा, लेकिन बादल छाए रहने की संभावना है। 25-28 फरवरी के दौरान अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।

इस साल कश्मीर में ज्यादातर शुष्क सर्दी रही है और जनवरी और फरवरी के महीनों में लगभग 80 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। सूखे के कारण हालात ऐसे हो गए हैं कि दक्षिण कश्मीर के सबसे प्रसिद्ध झरनों में से एक अछाबल मुगल गार्डन पूरी तरह से सूख गया था। स्थानीय लोगों का दावा है कि अछाबल जल स्रोत इतिहास में पहली बार सूखा है।

पर्यावरण विशेषज्ञ इस संकट के लिए ग्लोबल वार्मिंग, बढ़ते तापमान, कम बारिश और बर्फबारी तथा घटते भूजल स्तर को जिम्मेदार मानते हैं. जलवायु परिवर्तन ने कश्मीर में वर्षा के पैटर्न को बदल दिया है, जिससे प्राकृतिक झरने प्रभावित हुए हैं।