पंजाब के समुंद्री नामक शहर से 'कपूर कलाकारों' की शुरुआत हुई थी। अब ये इलाका पाकिस्तान में पेशावर के नाम से जाना जाता है। कपूर खानदान का इतिहास बॉलीवुड से भी ऊंचा है। अगर हम कपूर फैमिली के बारें में बात करेंगे तो शायद हो सकता है कि इस खानदान की पूरी जानकारी भी न मिलें। बतादें कि इनकी 'कपूर हवेली' अब म्यूज़ियम में तब्दील होने जा रही है। इसका मतलब यह है कि जैसे इनकी लाइफ हर कोई देख सकता है वैसे ही इनकी पुश्तैनी हवेली भी देखि जा सकती है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे कपूर खानदान के कई कलाकार भी हम खोते जा रहे है। कुछ ही दिन पहलें हमने बॉलीवुड के सबसे रोमांटिक हीरो ऋषि जी को खोया है। जिसका शोक पूरी दुनिया मना रही है।
-पहली पीढ़ी और दूसरी पीढ़ी
जहां लोगों का यह मानना है कि यह खानदान पांचवी पीढ़ी तक है। तो वो लोग गलत है। बल्कि यह खानदान 8 पीढ़ियों का है। इस खानदान की शुरआत मुरली मल कपूर (Murli Mal Kapoor) जी से हुई थी, इन्होने ने ही कपूर हवली की नीव रखी थी। आगे चलकर इनके बेटे केशवमल कपूर (Keshavmal Kapoor) जी का जन्म हुआ।
-तीसरी पीढ़ी
इनके बेटे बशेस्वरनाथ कपूर (Basheshwarnath Kapoor) पंजाब पुलिस में एक सब इंस्पेक्टर थे, समुंद्री में एक छोटे से ज़मीन के मालिक थे। उन्होंने अपने पोते राज कपूर की फिल्म "आवारा" में कैमियो किया था। उनकी दो शादियां हुई थीं। उनके पहली शादी से पांच बेटे और दो बेटियां थीं और उनके दूसरे शादी से केवल एक बेटा था जिसका नाम था पृथ्वी राज कपूर।
-चौथे पीढ़ी
यहां से शुरुआत होती है कपूर खानदान के चौथे पीढ़ी की... पृथ्वी राज कपूर के बारें में हर कोई जानता है। वो हमें 29 मई 1972 को 65 वर्ष की उम्र में अलविदा कह कर गए थे। वहीं उनकी पत्नी रामा कपूर उनके जाने के महज 16 दिन बाद यानी 14 June 1972 को चल बसी थी। आपको बतादें कि उन दोनों की मौत 'कैंसर' के कारण ही हुई थी। उनके 6 बच्चें थे। जिनमें से सिर्फ तीन को ही ख्याति मिल पाई।
-पांचवी पीढ़ी
वहीं शुरुआत होती है कपूर खानदान के पांचवी पीढ़ी की राज कपूर का नाम वैसे रणबीर राज कपूर रखा गया था। उन्हीं के नाम पर ऋषि जी के बेटे रणबीर कपूर का नाम रखा गया है। राज कपूर जी हमें 1988 में छोड़ कर चले गए थे। वहीं शमशेर राज जिन्हें शम्मी कपूर के नाम से जाना जाता है और बलबीर राज जिन्हें शशि कपूर के नाम से लोग जानते है। शम्मी कपूर 2011 में दुनिया को अलविदा कह कर गए थे वहीं शशि कपूर 2017 में चल बसे थे।
-छटवीं पीढ़ी
अब आती है छटवीं पीढ़ी की, जिनमें रणधीर कपूर फिर ऋषि फिर राजीव और बाद में रीतू और रीमा जोकि राज कपूर के बच्चें है। जिनमें से ऋषि जी और रीतू जी की मौत 2020 यानी इसी साल हुई है। दोनों की मौत उनके दादा की तरह कैंसर से ही हुई थी। आदित्य राज और कंचन देसाई शम्मी कपूर के बच्चें है। वहीं शशि कपूर के तीन बच्चें हुए -कुणाल ,करण और संजना।
-सातवीं पीढ़ी
अब बात करते है सातवीं पीढ़ी की, जिनमें रणधीर कपूर की 2 बेटियां करिश्मा और करीना है। ऋषि जी के 2 बच्चें रणबीर और रिद्धिमा है। वहीं रीतू और रीमा के भी 2-2 ही बच्चें है।
-आठवीं पीढ़ी
आखिरी तो नहीं मगर ये विरासत यूहीं आगे बढ़ती रहेगी। आठवीं पीढ़ी में सबके 2-2 बच्चें है। बस करीना के ही एक बेटा तैमूर अली खान है। कपूर खानदान दिलों पर तो राज करता ही है मगर इनकी एक और खास बात है जो सबका मन छू लेती है और वो है 'एकता'।