
नारी डेस्क: पंजाब के लुधियाना जिले में एक बार फिर अपराधियों ने दहशत फैला दी है। समराला ब्लॉक में कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात शुक्रवार रात उस वक्त हुई जब गुरविंदर अपने साथियों के साथ अभ्यास कर रहे थे। गोली चलने की आवाज से पूरा इलाका दहशत में आ गया।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
इस हत्या के कुछ घंटे बाद ही सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े नाम सामने आए। गैंग के सदस्यों हरि बॉक्सर और आरजू बिश्नोई ने इस वारदात की जिम्मेदारी लेते हुए एक पोस्ट शेयर की। बताया जा रहा है कि यह पोस्ट गैंग के सदस्य अनमोल बिश्नोई के अकाउंट से की गई थी, जिसमें साफ लिखा गया कि “इस हत्या की जिम्मेदारी हमारी है।”
गैंग की धमकी से बढ़ा खौफ
सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में गैंग ने बाकायदा धमकी भी दी। उन्होंने लिखा “बाबू समराला और उसके साथ वाले जो हमारे दुश्मनों का साथ दे रहे हैं, सुन लें अगर तुममें से किसी का नाम भी हमारे खिलाफ आया, तो अगली गोली तुम्हारी होगी।” इस चेतावनी भरे संदेश ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। लोग सोशल मीडिया पर इस धमकी को लेकर चिंता जता रहे हैं, वहीं पुलिस अलर्ट मोड पर है।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान हो सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह हमला सुनियोजित प्रतीत होता है और अपराधियों ने पहले से पूरी तैयारी कर रखी थी।
पहले भी हुई थी ऐसी वारदात
यह पहली बार नहीं है जब लुधियाना में किसी कबड्डी खिलाड़ी को निशाना बनाया गया हो। इससे पहले 31 अक्टूबर 2025 को भी कबड्डी प्लेयर तेजपाल की हत्या कर दी गई थी। लगातार हो रही इन वारदातों ने पंजाब के खेल जगत में दहशत का माहौल बना दिया है।
खिलाड़ी जगत में शोक और आक्रोश
गुरविंदर सिंह की मौत की खबर फैलते ही खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों ने राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। सभी का कहना है कि खेल के नाम पर मेहनत करने वाले नौजवानों को इस तरह गैंगवार की भेंट चढ़ाना बेहद दुखद है।
पुलिस और प्रशासन की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। अधिकारियों ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे डर को रोकने के लिए साइबर सेल की टीम लगातार निगरानी कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि खेल के मैदानों से निकलकर गैंगवार की छाया पंजाब के युवाओं तक क्यों पहुंच रही है? क्या खिलाड़ियों को अब सुरक्षा कवच की जरूरत है?