21 MARFRIDAY2025 11:47:44 PM
Nari

सादगी मत छोड़ो

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 18 Feb, 2025 04:41 PM
सादगी मत छोड़ो

नारी डेस्क: बनावट की दुनिया में अपनी सादगी न छोड़ो कोई बेगाना कहे या काफिर अपना जमीर न छोड़ो नदी को आजाद बहने दो रास्ता न मोड़ो।  मेहनत का फल और मुसीबतों का हल जब ईश्वर के पास है तो फिर किसी की फितरत के आगे खुद को न तोड़ो। 

PunjabKesari

ढूंढ़ो तो सुकून बस खुद में ही है और बाहर तो बस उलझने हजार मिलेंगी यूं ही बस सब की उम्मीदों के पीछे मत दौड़ो। 

सादगी में काबलियत मिला कर जीना बड़ा मँहगा शोंक है साहिब किसी को खुश करने की खातिर अपना यह महँगा शोंक मत छोड़ो। 

सादगी मत छोड़ो।। सादगी मत छोड़ो।।

ये भी पढ़ें: रैदास जन्म के कारने होत न कोई नीच

लेखिका - चारू नागपाल
 
 

 

 

Related News