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इस तरह पहचानें बच्चों के पेट में हैं कीड़े, समझें और सही इलाज करें

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 24 Jan, 2025 05:28 PM
इस तरह पहचानें बच्चों के पेट में हैं कीड़े, समझें और सही इलाज करें

नारी डेस्क: क्या आपका बच्चा भी पेट दर्द के कारण अक्सर रोता है? इसका कारण इंटेस्टाइनल वॉर्म्स यानी पेट में कीड़ों की समस्या हो सकती है। अब इसे स्ट्रीट फूड्स से लगाव कहें या फिर कुछ बासी खा लेने की गलती, पेट में कीड़ों की समस्या (Intestinal Worm) के कई कारण हो सकते हैं। बच्चों में पेट के कीड़े होना आम बात है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें सिरियस नहीं लिया जाना चाहिए। अगर इलाज न कराया जाए, तो बच्चों में पेट के कीड़े न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, बल्कि जानलेवा भी हो सकते हैं। यह लेख बच्चों में पेट के कीड़े होने के लक्षण, कारण और उपचार के बारे मे बताएगा।

बच्चों में पेट के कीड़े होने के लक्षण

1. बच्चे को बार-बार पेट में दर्द या क्रैम्प हो सकता है। वह अक्सर चिड़चिड़ा हो सकते हैं।
2. पेट के कीड़े होने पर बच्चे को उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है।
3. बच्चे का पेट भरा होने के बावजूद उसे भूख नहीं लग सकती।

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4. कीड़े शरीर से पोषक तत्वों को खींच लेते हैं, जिससे बच्चे का वजन कम हो सकता है।
5. बच्चे के पेट में अधिक गैस बन सकती है, जिससे पेट फूलता हुआ महसूस हो सकता है।
6.पेट के कीड़ों से शरीर में पोषण की कमी हो सकती है, जिसके कारण शिशु की आंखों के नीचे काले घेरे हो सकते हैं।
7. पेट में तकलीफ की वजह से शिशु को सोने में दिक्कत हो सकती है।

बच्चों में पेट के कीड़े होने के कारण

गंदे हाथों से खाना: अगर शिशु ने गंदे हाथों से खाना खाया या फिर गंदे पानी पिया हो, तो पेट में कीड़े हो सकते हैं।
बासी खाना: कुछ बार बासी खाना या पानी पेट के कीड़ों को जन्म दे सकता है।
स्वच्छता की कमी: यदि आसपास की जगह गंदी हो, तो कीड़े आसानी से शिशु के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।

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पेट में मिट्टी या कीटाणु का आना: शिशु मिट्टी या गंदे सामान को मुँह में डाल सकते हैं, जिससे कीड़े हो सकते हैं।
वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन: कभी-कभी इन्फेक्शन के कारण भी पेट में कीड़े आ सकते हैं।

शिशुओं में पेट के कीड़ों का उपचार

पेट के कीड़ों को मारने के लिए डॉक्टर की सलाह पर दवाइयाँ दी जा सकती हैं। इन दवाओं को आमतौर पर सिरप या गोली के रूप में दिया जाता है। शिशु के हाथों और मुंह की स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बार-बार हाथ धोने की आदत डालें और शिशु को गंदे स्थानों से दूर रखें। शिशु को ताजे और स्वच्छ भोजन देना चाहिए। इसके अलावा, हाइजीन का ध्यान रखते हुए पानी पिलाना भी महत्वपूर्ण है। कुछ घरेलू उपाय जैसे ताजा नारियल पानी, अदरक, हल्दी और लहसुन का सेवन पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद कर सकता है लेकिन यह डॉक्टर की सलाह पर ही अपनाएं।स शिशु को साफ पानी पिलाने की आदत डालें और उसके खाने-पीने की चीजों को अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करें।

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ध्यान रखने योग्य बातें: अगर शिशु में पेट के कीड़े होने का शक हो, तो किसी भी घरेलू उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर से पूछ लें। समय-समय पर शिशु को हेल्थ चेकअप कराना भी जरूरी है, ताकि किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सके।

शिशुओं में पेट के कीड़े एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन अगर उचित उपचार और स्वच्छता का ध्यान रखा जाए तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है।

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