गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के चलते इन दिनों हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़ रहे हैं। जहां पहले यह बीमारी लोगों को 60 के बाद होती थी वहीं आजकल युवा और छोटे बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं। हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को यूपी के अमरोहा जिले के हसनपुर कोतवाली के हथाईखेड़ा गांव में कामिनी नाम की 5 साल की लड़की की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। यह लड़की अपने मोबाइल फोन पर कार्टून देख रही थी।
डॉक्टरों ने किया बच्ची को मृत घोषित
खबरों की मानें तो बच्ची बिस्तर पर मां के बगल में ही लेटकर कार्टून देख रही थी कि तभी वह अचानक से बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके बाद जल्दबाजी में उसे अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है।
लक्षण
हार्ट अटैक आने से पहले कुछ लक्षण भी दिख सकते हैं जैसे
. सीने में दर्द या दबाव पड़ना
. सांस लेने में तकलीफ
. कंधे, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द
. चक्कर आना या बेहोशी
. उल्टी या मतली
कैसे करें बच्चों की देखभाल
बच्चों पर न डालें प्रेशर
हार्ट अटैक का मुख्य कारण स्ट्रेस, एंग्जाइटी और तनाव भी हो सकता है। ऐसे में बच्चों को किसी भी तरह का तनाव न लेने दें।
अच्छी डाइट
स्वस्थ खान-पान के जरिए बच्चों में दिल की बीमारी का खतरा कम हो सकता है। ऐसे में आप बच्चों की डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनात और कम फैट वाले प्रोटीन को शामिल करें। सर्दियों के इस मौसम में बच्चों की डाइट में गर्म चीजें जैसे सूप, शीरा और स्टू जैसी चीजें शामिल करें।
नियमित एक्सरसाइज
बच्चों को नियमित एक्सरसाइज करने की आदत डालें। आउटडोर एक्टिविटीज के लिए बच्चों को प्रेरित करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं
ठंड के इस मौसम में भी बच्चों को हाइड्रेटेड रखें। डिहाइड्रेशन के कारण उनके हार्ट पर दबाव पड़ सकता है। ऐसे में उन्हें नियमित पानी पिलाने की आदत डालें।