डिलीवरी की प्रक्रिया महिलाओं के लिए बहुत कठिन होती है। शरीर पर भी इसका गहरा असर पड़ता है, लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती है। महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद आराम की सख्त जरूरत होती है, वरना शरीर रिकवर नहीं करेगा। नॉर्मल डिलीवरी के बाद डॉक्टर महिलाओं को बहुत से दवाएं देते हैं ताकि शरीर रिपेयर हो और जरूरी पोषण मिले। लेकिन इसकी जरूरत न ही पड़ेगी अगर आप बस अपनी डाइट में ये फल शामिल कर लें। इन फलों के सेवन से संक्रमण का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाएगा।
खरबूज
खरबूजे में पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा भी खरबूजे में कई अन्य विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। पोटेशियम से शरीर का आलस कम होता है और थकान भी कम होती है। अगर आप इस समय थकान और कमजोरी से दूरी रहना चाहती हैं तो खरबूजे का नियमित रूप से सेवन करें।
पपीत
नॉर्मल डिलीवरी के बाद आप पपीते को डाइट में शामिल करें। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जिससे शरीर को पोषण मिलता है। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के समय होने वाली कब्ज की समस्या से भी आराम मिलता है, जो भूख बढ़ाता है। शरीर को जरूरी पोषण भी मिलता है।
संतरा
विटामिन सी से भरपूर फल संतरा इंम्यूनिटी को बढ़ाता है। इसके सेवन से संक्रमण होने की संभावना भी काफी हद तक कम हो जाती है।
अनानास
डिलीवरी के बाद इस फल के सेवन से महिलाओं की पाचन क्रिया मजबूत होती है। इसमें मौजूद कॉपर, मैंगनीज़, विटामिन-बी6 और सी शरीर में सूजन को कम करता करते हैं। इससे महिलाओं को एनर्जी मिलती है।
अनार
कई महिलाओं के शरीर में डिलीवरी के बाद खून की कमी हो सकती है। ऐसे में अनार का सेवन करें। इसमें विटामिन के, विटामिन सी, और विटामिन बी, फाइबर, आयरन, जिंक,पोटेशियम व ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है। इससे खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके साथ ही महिलाओं का खून साफ होता है। खून साफ होने से डिलीवरी के बाद महिलाओं को त्वचा संबंधी समस्या नहीं होती है और झांइयां से मुक्ति मिलती है।